कारोबारी गतिविधियों में मई में वृद्धि से सेवा क्षेत्र में अच्छी बढ़त दिखी है। इससे रोजगार क्षेत्र में 18 वर्षों यानी सितंबर, 2006 के बाद से निजी क्षेत्र में रोजगार सृजन में सबसे तेज सुधार हुआ है। निर्यात भी रिकॉर्ड गति से बढ़ रहा है। एसएंडपी ग्लोबल के मुताबिक, मई में एचएसबीसी का इंडिया कंपोजिट परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स यानी पीएमआई 61.7 पर पहुंच गया है।
आंकड़ों के मुताबिक, लगातार 34वें महीने पीएमआई सूचकांक 50 से ऊपर रहा है। 50 से ऊपर रहने का मतलब कारोबारी गतिविधियों में तेजी और उससे नीचे का मतलब कमजोरी है। साथ ही, कारोबारी गतिविधियां चार महीने के शीर्ष पर पहुंच गई हैं। अप्रैल की अंतिम रीडिंग 61.5 से इस महीने थोड़ा बढ़कर 61.7 हो गया। इससे संकेत मिलता है कि आने वाले समय में गतिविधियों में तेजी बनी रहेगी।
तीसरी बार मजबूत रफ्तार से बढ़ा पीएमआई
एचएसबीसी के भारत में मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, मई में समग्र पीएमआई करीब 14 वर्षों में तीसरी बार सबसे मजबूत रफ्तार से बढ़ा है।
सितंबर 2014 में श्रृंखला की शुरुआत के बाद से कुल निर्यात सबसे तेज दर से बढ़ा है। यह दूसरी बार है जब निर्यात वृद्धि ने इस साल एक नई ऊंचाई तय की है। इससे आने वाले 12 महीनों के लिए कारोबारी आत्मविश्वास बढ़ा है।