रायपुर। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा बालौदाबाज़ार के शासकीय दाऊ कल्याण कला एवं वाणिज्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत, ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में शामिल हुए। अतिथियों के द्वारा माँ सरस्वती, जनजातीय समाज के गौरव भगवान बिरसा मुण्डा, शहीद वीरनारयण सिंह, रानी दुर्गावती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि इतिहास के अध्ययन से ही वर्तमान और भविष्य संवरता है। जनजातीय समाज का भारत की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान है। इस समाज के भगवान बिरसा मुण्डा, शहीद वीरनारायण सिंह, रानी दुर्गावती, गुण्डाधुर,संत गहिरा गुरु,राजा प्रवीर चंद्र भंजदेव जैसे विभूति अवतरित हुए हैं। जनजाति समाज के लोग बहुत ही सरल, सहज़ और संघर्षशील होते हैं। मान -सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए यह समाज हमेशा तैयार रहता है। उन्होंने कहा कि पुरातन संस्कृति, संस्कार, रीति -रीवाज को जब तक सहेज के रखेंगे तब तक हमारी अस्तित्व रहेगी। सामजिक मूल्यों की जड़ों को मजबूत करना होगा।
राजस्व मंत्री ने कहा कि हमें गर्व है कि आज देश के सर्वाेच्च पद पर एक जनजाति समाज की बेटी आसीन है। हमारे प्रदेश के मुखिया भी जनजाति समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय समाज की उत्थान के लिए पीएम जनमन योजना लागू किया है जिसके माध्यम से विशेष पिछडी जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। हमारी सरकार ने भी आदिवासियों के विकास के लिए अनेक कल्याणकारी योजनायें लागू की है।
अखिल भारतीय वनवासी विकास समिति के युवा कार्य प्रमुख एवं मुख्य वक्ता वैभव सुरंगे ने जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत, ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। पोस्टर प्रतियोगिता में लवी मलाकी प्रथम, टिकेश ध्रुव द्वितीय एवं माधुरी कन्नौजे तृतीय स्थान वहीं निबंध लेखन प्रतियोगिता में रेणु कुर्रे प्रथम, अरमान खंडेलवाल द्वितीय एवं पल्लवी जलहरे तृतीय स्थान पर रहीं।