रायपुर: मरवाही वनमंडल के अंतर्गत अनियमितता का मामला सदन में उठाया गया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत के सवाल के जवाब में वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि सभी मामलों में जल्द से जल्द जांच पूरी कर कार्रवाई की जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत मामला उठाते हुए कहा कि लिखित जवाब में कहा गया है कि 72 प्रकरण जांच के लिए लंबित हैं। लगभग 40 करोड़ रुपए की गड़बड़ी का आरोप है। क्या ये मेहरबानी पुराने मुख्यमंत्री के लिए है, नये मुख्यमंत्री के लिए है या किसी और के लिए है? महंत ने कहा कि 15 दिनों में जांच कर ली जाएगी। इस प्रकरण में विभाग के अधिकारी उत्तरदायी हैं।
वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि 79 मामले सामने आये थे। 7 मामलों में जांच प्रक्रियाधीन हैं, बाक़ी 72 मामलों में जांच आने वाले छह महीनों के भीतर कर ली जाएगी। 7 मामलों में 35 अधिकारियों को दोषी पाया गया है। बीजेपी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि ये बहुत सेंसिटिव मामला है। मरवाही इकलौता वन मंडल था, जहां रेंजर और एसडीओ, डीएफ़ओ के पद पर बैठे थे। ये इतना बड़ा मामला है कि जांच के लिये दुबई तक जाना होगा।