छत्तीसगढ़राज्य

5.6 लाख में से 25% सीटीयू स्वच्छ बनाने का लक्ष्य!

स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” थीम पर आधारित स्वच्छता ही सेवा (SHS) 2024 पखवाड़े का आज 7वां दिन है और एक उल्लेखनीय उपलब्धि को हासिल भी किया जा चुका है! पखवाड़ा शुरू होने के महज सात दिनों के भीतर ही सफाई के लिए चुनी गई स्वच्छता लक्षित इकाइयों (CTUs) में से 25% को स्वच्छ स्थानों में बदलकर, उनका सौंदर्यीकरण भी किया जा चुका है। देश भर में इस बार वार्षिक स्वच्छता पखवाड़े के दौरान 5 लाख से ज़्यादा CTUs – मुश्किल, चुनौतीपूर्ण और उपेक्षित स्थानों को कायाकल्प के लिए लक्षित किया गया है। यह प्रभावशाली पहल 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2024 तक चलने वाले वार्षिक पखवाड़े में इस बार के प्रमुख स्तंभों में विशेष रूप से शामिल की गई है, क्योंकि स्वच्छ भारत मिशन-शहरी (SBM-U) इस वर्ष अपनी अप्रतिम स्वच्छता यात्रा का एक प्रतिष्ठित दशक भी पूरा कर रहा है।

ImageSHS-2024 के लिए स्वच्छता लक्षित इकाई (CTUs), स्वच्छता में जन भागीदारी और सफाई मित्र सुरक्षा शिविर जैसे तीन प्रमुख स्तंभों के तहत देश भर में 15 लाख से अधिक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं, जिनमें 3 करोड़ से अधिक नागरिक शामिल हो रहे हैं। अब तक, देश भर में 4 लाख से अधिक स्थानों पर CTUs में स्वच्छता की पहल सक्रिय रूप से चल रही हैं, जिनमें विभिन्न राज्यों की प्रभावशाली भागीदारी दिख रही है। ऐसी 1 लाख से अधिक इकाइयों का कायाकल्प सुनिश्चित भी किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश सबसे आगे है, जिसने 45000 से अधिक CTUs की सफाई और रूपांतरण किया है। तमिलनाडु 28000 से अधिक इकाइयों को परिवर्तित करने के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि बिहार 19000 से अधिक लक्षित क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यों को सफलतापूर्वक निपटा चुका है, राजस्थान में 18000 से अधिक CTUs के रूपांतरण का काम पूरा किया जा चुका है।

‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत 10 लाख से अधिक पेड़ लगाए जा चुके हैं। पिछले सप्ताह 7000 से अधिक फ़ूड स्ट्रीट्स एरिया की सफ़ाई की गई और क्षेत्रीय परंपराओं को दर्शाने वाले लगभग 50 हजार सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किए गए हैं।

विभिन्न केंद्रीय मंत्रालय स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े में निर्धारित CTUs पर बड़े पैमाने पर सफाई अभियानों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं, जिसके साथ-साथ अभियानों में पौधारोपण अभियान, साइक्लोथॉन, प्लोगाथॉन और सांस्कृतिक उत्सव भी शामिल हैं। राष्ट्रीय स्तर पर पखवाड़े का शुभारंभ होने के बाद कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने स्वच्छता के लिए आगे बढ़कर CTUs में सफाई अभियान शुरू किए, सफाई मित्र शिविरों की शुरुआत की और खुद भी श्रमदान किया। केंद्रीय मंत्रियों ने भी पूरे देश में स्वच्छता के लिए संकल्प, पौधारोपण कार्यक्रम और अन्य पहलों में सक्रिय रूप से भाग लेकर जमीनी स्तर पर श्रमदान में हिस्सा लिया।

दैनिक जीवन के हर पहलू में स्वच्छता के प्रति अपना समर्पण दर्शाते हुए सभी राज्य, शहरी स्थानीय निकाय, ग्राम पंचायतें, धार्मिक संगठन, गैर सरकारी संगठन, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (CPSUs), केंद्रीय मंत्रालय और अन्य राज्य सरकारें भी स्वच्छता ही सेवा 2024 के लिए एकजुट होकर काम कर रहे हैं। देश भर में तेजी से बढ़ती सक्रिय भागीदारी के साथ ज़मीनी स्तर पर दिख रहा प्रभाव अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्वच्छता के लिए यह सामूहिक प्रयास न केवल अभियान को मज़बूती देता है, बल्कि कचरा मुक्त शहरों के लिए स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में भी ठोस कदम बढ़ाता है।

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