दिल्ली। केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज पीएम गतिशक्ति के तीन वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देश के 27 आकांक्षी जिलों के लिए पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के जिला स्तरीय संस्करण का शुभारंभ किया। इस अवसर पर बोलते हुए, श्री गोयल ने कहा कि गतिशक्ति बुनियादी ढांचे की योजना के लिए एक शानदार विशिष्टता वाला उपकरण है और अगले 18 महीनों में देश भर के 750 से अधिक जिलों को कवर करने हेतु जिला मास्टर प्लान का विस्तार किया जाएगा। श्री गोयल ने शहरों को अपनी अनूठी दृष्टि, उद्देश्यों और स्थानीय विशेषताओं को पूरा करने के लिए अपनी उपयुक्त लॉजिस्टिक्स संबंधी योजना तैयार करने में मदद करने हेतु ‘भारतीय शहरों के लिए सिटी लॉजिस्टिक्स प्लान तैयार करने संबंधी दिशानिर्देश’ भी जारी किए।
अपने संबोधन में, श्री गोयल ने कहा कि यह राष्ट्रीय मास्टर प्लान भारत के लिए विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में प्रवेश करने का एक तेज, बेहतर, कुशल, अपेक्षाकृत अधिक किफायती और उच्च गुणवत्ता वाला उपकरण है। उन्होंने कहा कि गति और शक्ति आज भारत की पारिभाषिक विशेषता है क्योंकि देश को समय पर आपूर्ति करने वाले, भविष्य के लिए योजनाबद्ध और दक्षता के साथ कार्यान्वित किए गए एक आधुनिक उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि भविष्य में दुनिया इस उपकरण का उपयोग अपनी बुनियादी ढांचे की योजना बनाने के लिए करेगी।
केन्द्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान में भू-स्थानिक और अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों को अपनाना कनेक्टिविटी से जुड़े परिदृश्य में क्रांतिकारी बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति है। उन्होंने कहा कि पीएम गतिशक्ति में प्रत्येक डेटा को मान्य किया गया है, दोबारा जांचा गया है और डेटा के आवधिक अद्यतनीकरण के लिए एक तंत्र को पेश किया गया है। मास्टर टूल विकसित करने के लिए बीआईएसएजी-एन टीम की सराहना करते हुए, श्री गोयल ने पीएम गतिशक्ति को एक बेहतर विशिष्टता वाला बताया और इस बात पर जोर दिया कि जीआईएस समर्थित यह प्लेटफॉर्म सरकार के लिए महत्वपूर्ण बजट बचाने में मदद करेगा और इसकी डेटा समर्थित निर्णय लेने की प्रक्रिया के कारण अधिक दक्षता के साथ बुनियादी ढांचे के निर्माण की योजना बनाएगा।
श्री गोयल ने कहा कि पीएम गतिशक्ति वह आधार बन गई है जिसके चारों ओर बुनियादी ढांचे के आउटरीच कार्यक्रम मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पीएम गतिशक्ति ने अर्थव्यवस्था पर एक गुणात्मक प्रभाव डालने और भारत को सबसे बड़ी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री गोयल ने 20 वर्ष पहले स्थानिक प्रौद्योगिकियों के विचार का बीजारोपण करने में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए कहा कि भू और स्थानिक के बीच के अंतरसंबंध को प्रधानमंत्री मोदी ने पहचाना तथा गुजरात में इसे साकार किया।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘क्षेत्र विकास दृष्टिकोण’ पहल का उपयोग करके बिजली वितरण की लाइनों, स्कूलों, अस्पतालों तथा अन्य सेवाओं का समावेश करने के लिए पीएम गतिशक्ति के दायरे को सामाजिक बुनियादी ढांचे तक विस्तारित किया है। अब जब हम भौतिक बुनियादी ढांचे के परिणामों के लिए योजना बना रहे हैं, तो क्या हम जीवनयापन में आसानी के लिए सामाजिक बुनियादी ढांचे के लिए भी योजना बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि पीएम गतिशक्ति अब व्यापार करने में आसानी और जीवन जीने में आसानी को मिलाने की दिशा में आगे बढ़ रही है क्योंकि वे एक-दूसरे के पर्याय हैं।
डीपीआईआईटी ने गतिशक्ति के मंच के प्रदर्शन की समीक्षा करने और इसे केन्द्रीय एवं राज्य स्तर के बुनियादी ढांचे के योजनाकारों के लिए और भी अधिक उपयोगी बनाने के तरीकों पर विचार-मंथन करने हेतु केन्द्र तथा राज्य सरकारों से जुड़े इस मंच के हितधारकों की आज दिनभर की एक बैठक आयोजित की थी।