दिल्लीराज्य

असम में रेलवे और आईटी क्षेत्र को मिलेगा नया आयाम

रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुवाहाटी में आयोजित ‘एडवांटेज असम 2.0 इन्वेस्टमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर समिट’ में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने असम में रेलवे और आईटी उद्योग से संबंधित कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जो राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाएंगी।

उन्होंने कहा कि उत्तर-पूर्व भारत देश के विकास का ‘नया इंजन’ बन रहा है और असम इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

रेलवे क्षेत्र में मुख्य घोषणाएं

1. नया रेलवे रोलिंग स्टॉक निर्माण केंद्र – बोडोलैंड के बसबारी में स्थापित किया जाएगा, जिससे बोडोलैंड समझौते की एक महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता पूरी होगी।

2. मध्य जीवन पुनर्निर्माण सुविधा– लुमडिंग में लोकोमोटिव्स के पुनर्निर्माण के लिए एक नई सुविधा स्थापित की जाएगी।

3. गुवाहाटी रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास – इसे विश्वस्तरीय स्टेशन में बदला जाएगा, जिसमें 12 मंजिला आईटी पार्क भी शामिल होगा।

4. नई ट्रेनें – अगले 10 महीनों में असम के लिए 2 अमृत भारत ट्रेनें और जल्द ही गुवाहाटी-सिलचर और गुवाहाटी-अगरतला के लिए 2 नई इंटरसिटी ट्रेनें शुरू होंगी।

5. रेलवे नेटवर्क विस्तार – रणनीतिक ‘चिकन नेक’ क्षेत्र में चौगुनीकरण कार्य किया जाएगा।

6. भूटान कनेक्टिविटी – कोकराझार-गेलफु रेलवे परियोजना से असम और भूटान के बीच रेलवे कनेक्टिविटी स्थापित होगी।

7. गति शक्ति टर्मिनल – असम में 6 नए गति शक्ति टर्मिनल को मंजूरी दी गई है।

आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में प्रमुख घोषणाएं

1. सेमीकंडक्टर हब – असम में एक और सेमीकंडक्टर हब स्थापित किया जाएगा।

2. इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग हब – यह कामरूप जिले में स्थापित किया जाएगा।

3. भारत सेमीकंडक्टर मिशन – देशभर में 1.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश वाले 5 सेमीकंडक्टर परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं।

4. टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स सेमीकंडक्टर सुविधा – मोरीगांव में स्थापित होगी, जिसमें 27,120 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और प्रतिदिन 48 मिलियन सेमीकंडक्टर यूनिट्स का उत्पादन होगा।

5. ईएमसी परियोजना – 100 एकड़ में ग्रीनफील्ड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर का विकास किया जा रहा है, जिसकी कुल लागत 120 करोड़ रुपये है।

6. स्किलिंग प्रोग्राम – असम के छात्रों को आईटी और सेमीकंडक्टर उद्योग में प्रशिक्षित करने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जाएंगे।

रेलवे और आईटी क्षेत्र में बजट आवंटन

* 2025-26 में रेलवे के लिए कुल 10,440 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट आवंटित किया गया है, जो 2009-14 की तुलना में 5 गुना अधिक है।

* असम और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में 2014 से अब तक 1,824 किमी नई रेलवे लाइनों का निर्माण किया गया है, जो श्रीलंका के कुल रेलवे नेटवर्क से भी अधिक है।

* 1,604 किमी रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण किया गया है।

* 60 अमृत रेलवे स्टेशन विकसित किए जा रहे हैं, जिनमें से 50 असम में स्थित हैं।

भविष्य की योजनाएं

18 नई रेलवे परियोजनाओं की डीपीआर तैयार की जा रही है, जिनमें कुल 2,200 किमी लंबी रेलवे लाइनें शामिल होंगी। इन परियोजनाओं में 1,10,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।

असम के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार किया जाएगा, जिसमें वाई-फाई, लिफ्ट, एस्केलेटर जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।

असम में दूसरी वंदे भारत ट्रेन शुरू होगी और गुवाहाटी से दिल्ली और गुवाहाटी से चेन्नई के लिए अमृत भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी।

माननीय रेल मंत्री ने कहा कि ये सभी परियोजनाएं असम और उत्तर-पूर्वी भारत को आर्थिक और औद्योगिक रूप से सशक्त बनाएंगी और इसे देश के विकास का प्रमुख केंद्र बनाएंगी।

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