दिल्ली। सरकार की आत्मनिर्भर भारत पहल के अंतर्गत ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने देशभर में पचास हजार से अधिक स्वदेशी 4जी साइटों को सफलतापूर्वक तैनात किया है । इससे देश के डिजिटल कनेक्टिविटी लक्ष्यों को बढ़ावा मिला है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), तेजस नेटवर्क्स, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) और आईटीआई लिमिटेड जैसी भारतीय तकनीकी दिग्गजो के सहयोग से यह तैनाती देश की कनेक्टिविटी जरूरतों को पूरा करने में भारत की घरेलू तकनीक की ताकत को दर्शाती है। पूरी तरह से भारतीय कंपनियों द्वारा डिजाइन, विकसित और कार्यान्वित, बीएसएनएल का 4जी नेटवर्क “पूर्ण स्वदेशी” नवाचार की अवधारणा को मूर्त रूप देता है । यह भारत में दूरसंचार में एक नए युग की शुरुआत करता है।
29 अक्टूबर 2024 तक बीएसएनएल ने पचास हजार से अधिक साइटें स्थापित की हैं । इनमें से 41 हजार से अधिक अब चालू हैं । इसमें परियोजना के चरण IX.2 के अंतर्गत लगभग 36 हजार 747 साइटें और डिजिटल भारत निधि फंड (पूर्ववर्ती यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड) द्वारा वित्तपोषित 4जी परिपूर्णता परियोजना के अंतर्गत 5 हजार साइटें स्थापित की गई हैं। ये प्रयास बीएसएनएल के एक लाख से अधिक 4जी साइटों को तैनात करने के लक्ष्य को मजबूत कर रहे हैं । जो इसके विस्तार की तेज गति का प्रमाण है।
जुलाई 2024 तक बीएसएनएल ने 15 हजार साइटों को चालू कर दिया है। इसके अलावा पिछले तीन महीनों में 25 हजार से अधिक नई 4G साइटें जोड़ी गई हैं । यह स्वदेशी प्रौद्योगिकी के प्रभाव और पूरे भारत को जोड़ने की बीएसएनएल की प्रतिबद्धता दर्शाती हैं।