भारतीय बासमती चावल की मांग विदेश में लगातार बढ़ रही है। हालांकि, कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात में मामूली गिरावट देखने को मिली है। एग्रीकल्चरल एंड प्रॉसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (एपीडा) के आंकड़े के मुताबिक, भारत ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-मई अवधि में 103.7 करोड़ डॉलर के बासमती चावल का निर्यात किया। यह 2023-24 की समान अवधि के 91.7 करोड डॉलर की तुलना में 13.11 फीसदी अधिक है।
दरअसल, घरेलू बाजार में कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार की ओर से चावल के निर्यात पर लगाए प्रतिबंधों का असर अन्य किस्मों पर पड़ा है। यही वजह है कि अप्रैल-मई में गैर-बासमती चावल का निर्यात सालाना आधार पर 13.35 फीसदी घटकर 91.9 करोड़ डॉलर रह गया। आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-मई अवधि में कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात सालाना आधार पर मामूली 0.49 फीसदी घटकर 433.7 करोड़ डॉलर रह गया। 2023-24 की समान अवधि में निर्यात का यह आंकड़ा 435.8 करोड़ डॉलर रहा था।