बिलासपुर ज़िले में पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह की पहल “चेतना” अन्तर्गत अब अंतरराष्ट्रीय संस्था UNICEF, CSJ और मंकी स्पोर्ट्स की भी रहेगी सहभागिता। उक्त संस्थाओं के सहयोग से एक 3 दिवसीय कार्यशाला (2-4 जुलाई )का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में 20 वॉलंटियर्स को “Frisbee” खेल के साथ साथ विधि से संघर्षरत बालको की मानसिकता के बारे में बताया गया।
इस प्रशिक्षण में बच्चो को किस तरह से खेल के माध्यम से नकारात्मक चीज़ों से divert किया जाये, उसे विस्तृत रूप से बताया गया।
इसके अन्तर्गत , सबसे पहले “crime hotspot mapping” बिलासपुर ज़िले में किया जाएगा। इसमें से एसे जगह जहां अपराध अधिक हो, विशेषकर जहां विधि से संघर्षरत बालक अधिक संख्या में हो, वहाँ खेल “frisbee” के माध्यम से बच्चो को नकारात्मक संगीति से दूर कर एक सकारात्मक वातावरण दिया जाएगा। इस तरीक़े से एसे बच्चो को मुख्य धारा से जोड़ा जायेगा और सामान्य बच्चो को गुमराह होने से बचाया जा सकेगा। यह उम्मीद है कि NGOs के सहयोग से खेल के सकारात्मक परिणाम जैसे स्वास्थ्य, मानसिक और सामाजिक लाभ जल्द सामने आयेंगे। इस प्रयास के माध्यम से, चेतना अभियान के उद्देश “ आयो सवारे कल अपना” की और बढ़ेंगे, चुकी यह बच्चो के संबंध में कार्यक्रम है।
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