प्रदेश में रीजनल इन्वेस्टर्स समिट में लघु और सूक्ष्म उद्योगों के विकास पर भी होगी चर्चा : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
प्रदेश में रीजनल इन्वेस्टर्स समिट में लघु और सूक्ष्म उद्योगों के विकास पर भी होगी चर्चा : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के लघु उद्यमियों की सहायता के लिए राज्य शासन तत्पर है।लघु और सूक्ष्म उद्योगों के विकास पर रीजनल इन्वेस्टर्स समिट में चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे। इस माह जबलपुर में हो रही समिट में उद्योग के नवीन क्षेत्रों में निवेश को आमंत्रण दिया जाएगा। खनन आधारित उद्योगों, ग्रामीण कुटीर उद्योगों और रेडीमेंट गारमेंट उद्योग के विकास की काफी संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं को साकार करने के लिए क्षेत्र चिन्हित कर लघु उद्योगों की स्थापना की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव एनडी टीवी चैनल की ओर से स्थानीय होटल मैरियट में एमएसएमई समिट एवं उद्यमियों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर चैनल की तरफ से स्थानीय संपादक श्री अनुराग द्वारी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव से विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि एक समय उन्होंने उज्जैन में चाय-नाश्ते की होटल का संचालन करते हुए एक व्यवसायी की भूमिका निभाई है। किसी भी कार्य व्यवसाय को परिश्रम और संयम के साथ साफ-सुथरे ढंग से संचालित कर आत्मनिर्भर होने की भावना किसी भी व्यवसायी या उद्यमी को जीवन में सफलताएं दिलवाती है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में मंत्रीगण द्वारा आयकर की राशि जमा किए जाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। आज विधानसभा में राज्य सरकार के इस निर्णय का सदस्यों द्वारा मेजें थपथपाकर स्वागत किया गया। स्पीकर श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विशेष उल्लेख कर इस निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने स्वयं भी इनकम टैक्स खुद जमा करने के संकल्प से अवगत करवाया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वे भी अपना आयकर स्वयं जमा करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में टोल नाकों से जुड़ी व्यवस्था में बदलाव किया गया है। इसी तरह एक महत्वपूर्ण निर्णय में प्रदेश में पेपर लीक के मामलों में दोषी व्यक्ति को दस वर्ष की सजा का निर्णय लिया गया है। विधान सभा में किसी भी महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा के संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हम सदैव चर्चा के लिए तैयार हैं। माननीय सदस्यों द्वारा संयम और मर्यादा से सभी नियमों के पालन के प्रति गंभीर रहते हुए व्यवहार किया जाना चाहिए।