आईपीएल में काफी महंगे साबित हुए गेंदबाज क्या अगले महीने होने वाले टी20 विश्व कप में थोड़ी राहत की उम्मीद कर सकते हैं? इस प्रश्न की उत्पत्ति आईपीएल के नवीनतम सत्र में टी20 बल्लेबाजी में आए बदलाव के कारण हुई है। आईपीएल 2024 से पहले लीग में केवल एक बार 250 रन का आंकड़ा पार किया गया था लेकिन हाल ही में समाप्त हुए सत्र में टीमें आठ बार ऐसा करने में सफल रहीं।
आईपीएल में बल्लेबाजी को नया आयाम देने वाले ऑस्ट्रेलिया के ट्रेविस हेड और वेस्टइंडीज के आंद्रे रसेल जैसे बल्लेबाज अगले महीने वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी20 विश्व कप में भी खेलते हुए नजर आएंगे। इसलिए प्रशंसकों का एक बार फिर बल्लेबाजों के दबदबे की उम्मीद करना स्वाभाविक है, लेकिन कई कारणों से उनका रवैया विश्व कप में उतना एक आयामी नहीं हो सकता जितना कि आईपीएल में था।
सबसे पहले तो टीमों को विश्व कप में इम्पैक्ट खिलाड़ी की सुविधा नहीं मिलेगी। मिचेल स्टार्क ने कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को तीसरा आईपीएल खिताब दिलाने में बड़ी भूमिका निभाने के बाद उस बात को स्वीकार किया। स्टार्क ने कहा था- यहां (आईपीएल में) इम्पैक्ट खिलाड़ी नियम है और टी20 विश्व कप में ऐसा नहीं होगा। आपको अपने ऑलराउंडरों पर अधिक भरोसा करना होगा। आप अपने बल्लेबाजी ऑलराउंडर को आठवें नंबर पर नहीं रख सकते जैसा कि आपने आईपीएल किया था।
उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि टी20 विश्व कप में आप इस तरह के बड़े स्कोर देखेंगे क्योंकि वहां एक बल्लेबाज कम होगा।’ आईपीएल के शुरुआती हिस्से में चेन्नई सुपरकिंग्स ने तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर शिवम दुबे को इम्पैक्ट खिलाड़ी नियम के माध्यम से एक बल्लेबाज के रूप में इस्तेमाल किया था।