Raipur

“स्वदेशी मेला: आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक विविधता का शानदार प्रदर्शन”

रायपुर। आत्मनिर्भरता और स्थानीयता को मंच व प्रोत्साहन देने वाला स्वदेशी मेला अपने आप मे कई विशेषताओं को समेटे हुए है। जहां एक ओर कश्मीर, आगरा, केरल, पंजाब, बिहार, आसाम सहित भारत के कोने-कोने के उत्पादों को एक स्थान पर लोगों को देखने मिला, वहीं राजस्थान, पंजाब, बंगाल, महाराष्ट्र, उड़ीसा, बिहार, छत्तीसगढ़ की वेशभूषा, लोकगीतों, लोकनृत्यों को समझने, जानने और अनेकता में एकता के सूत्र को चरितार्थ करने वाली भारतीय संस्कृति के दर्शन भी मेले के माध्यम से दर्शकों को हुए।

 

साथ ही रोज़ाना अलग-अलग संस्कृति के भोजन को चखने का अवसर स्वाद के खजाने के तहत लोगों को मिला, मेले में सिर्फ कई तरह के व्यंजन ही नहीं रखे गए थे बल्कि सेहत के साथ देश में प्रमुखता से प्रचारित और उपयोग किए जाने वाले मिलेट्स के माध्यम से एक से बढ़कर एक लज़ीज व्यंजन मिलेट्स व्हाइट साॅस पास्ता, मिलेट्स चीला, रोल, रागी के अप्पे सहित कई वैराइटियां मिलेट्स एंड मोर फूड जोन काॅर्नर में लोगों के मन को खूब भाए। विविधता की रंगभरी छटा को बिखेरता हुआ स्वदेशी मेला का आज समापन हो जाएगा।

" स्वदेशी मेला: आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक विविधता का शानदार प्रदर्शन"

स्वदेशी मेला में सोमवार प्रांतीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में महाराष्ट्र व सोनार बांग्ला की शानदार प्रस्तुति हुईं। महाराष्ट्र का प्रसिद्ध थिरकता हुआ लावणी नृत्य, बंगाल की पारंपरिक नृत्यों की एक से बढ़कर एक पेशकश दी गई। दैनिक विचारणीय विषयों पर जागरूकता कार्यक्रमों की कड़ी में स्वदेशी जागरण मंच द्वारा मोबाइल की लत से कैसे छुटकारा पाएं विषय पर परिचर्चा हुई। जिसमें मनोरोग विशेषज्ञ डाॅ. पारूल खरे एवं डाॅ. वर्षा वरवंडकर ने समाज की युवा पीढ़ी को मोबाइल के दुष्प्रभाव से जीवन शैली, शारीरिक क्षमता, अध्ययन क्षमता में कमी आने और जीवन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव से दूर रहने के बारे में सचेत किया।

 

दोपहर में हाथों में श्रृृंगार को बढ़ाने वाली भरवा स्टाइल में मेहंदी प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें 60 लोगों ने हिस्सा लिया। हथेली पर खूबसूरत कारीगरी के नमूने बिखेरती रचनाओं में भगवान श्रीराम, सीता, आदिवासी जीवन चित्रण सहित कला के खूबसूरत चित्रण किए गए। इसके वर्ग ए में प्रथम निक्की मिश्रा, द्वितीय प्रिया साहू व तृतीय शालिनी विश्वकर्मा रहीं। वर्ग बी में प्रथम गणेश कुमार यादव, द्वितीय राधा साहू व तृतीय स्थान रोशनी बघेल को प्राप्त हुआ। प्रतियोगिता की जज अंकिता अग्रवाल, जशप्रीत कौर व हैप्पी ढिल्लो थी। इस प्रतियोगिता की प्रभारी अर्चना वोरा, उमा शुक्ला, आरती दुबे, अमृता श्रीवास्तव, प्रीति दास मिश्रा व रेहाना खान थीं।

"Swadeshi Mela: A spectacular display of self-reliance and cultural diversity"

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button