
कोरबा। कोरबा के सराफा व्यवसायी गोपाल राय सोनी की हत्या और लूट के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। इस जघन्य अपराध की साजिश में कोई और नहीं, बल्कि मृतक का ही कार ड्राइवर शामिल था। ड्राइवर आकाश पुरी गोस्वामी ने अपने भाई सूरज और एक अन्य साथी मोहन मिंज के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया।
कैसे हुई वारदात
गोपाल राय सोनी की हत्या 5 जनवरी की रात को उनके घर पर हुई। हमलावरों ने पहले धारदार हथियार से वार कर उनकी हत्या की और फिर उनकी क्रेटा कार, अटैची और मोबाइल लेकर फरार हो गए। घटना का पता तब चला जब मृतक का बेटा नचिकेता रात 10 बजे घर पहुंचा। उसने देखा कि कार गायब थी, घर अस्त-व्यस्त था, और उसके पिता खून से लथपथ फर्श पर पड़े थे। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
ऐसे सुलझा मामला
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने 80 से अधिक पुलिसकर्मियों की 14 टीमें गठित की। इन टीमों ने 370 से अधिक सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया। जांच के दौरान दो नकाबपोशों की पहचान हुई।