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आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचकर भावुक हुए रोहित, इन दो खिलाड़ियों की जमकर की तारीफ

आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचकर भावुक हुए रोहित, इन दो खिलाड़ियों की जमकर की तारीफ

भारत ने कप्तान रोहित शर्मा (57 रन) के अर्धशतक के बाद अक्षर पटेल और कुलदीप यादव की फिरकी के जाल से गुरुवार को गयाना में बारिश से प्रभावित दूसरे सेमीफाइनल में गत चैम्पियन इंग्लैंड को 68 रन से हराकर टी20 क्रिकेट विश्व कप 2024 के फाइनल में प्रवेश किया। खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया का सामना शनिवार को दक्षिण अफ्रीका से होगा। टूर्नामेंट के 2007 के शुरूआती चरण की चैम्पियन भारतीय टीम इस तरह तीसरे टी20 विश्व कप फाइनल में पहुंची। भारत ने इस जीत से 2022 में इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड से सेमीफाइनल में मिली 10 विकेट की हार का बदला भी चुकता किया। टीम इंडिया की जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा भावुक हो गए। पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन सेरेमनी में कप्तान ने मैच जिताऊ गेंदबाजी करने वाले अक्षर पटेल और कुलदीप यादव की जमकर तारीफ की।

यह जीत संतोषजनक है’
मैच के बाद रोहित ने कहा- यह मैच जीतना बहुत संतोषजनक है।’ हमने एक इकाई के रूप में वास्तव में कड़ी मेहनत की है। इस गेम को इस तरह जीतने के बाद मैं कहूंगा कि हर किसी का बहुत अच्छा प्रयास रहा। हमने वास्तव में परिस्थितियों को अच्छी तरह से अपनाया। यह एक चुनौती थी और हमने इसे अपनाया। हमने परिस्थितियों के हिसाब से वास्तव में अच्छा खेला। यदि खिलाड़ी परिस्थितियों के अनुसार खेलते हैं, तो चीजें सही हो जाती हैं। हम जिस तरह यहां तक पहुंचे उससे बहुत खुश हूं।

रोहित ने कहा- एक समय हम सोच रहे थे 140-150 का स्कोर सही होगा, लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा और मेरे-सूर्यकुमार के बीच अच्छी साझेदारी हुई तो हमने इसमें 25 रन और जोड़ने की बात कही। मैं अपने दिमाग में लक्ष्य निर्धारित कर सकता हूं, लेकिन मैं इसके बारे में किसी भी बल्लेबाज को नहीं बताना चाहता। वे सभी सहज खिलाड़ी हैं। इससे उन पर दबाव बनेगा। मैं चाहता हूं कि वह मैदान पर जाएं और बिना ज्यादा कुछ सोचे खुलकर खेलें। हमने अच्छी बल्लेबाजी की, कंडीशन को बेहतर समझा और अच्छे स्कोर तक पहुंचे। यही मैं चाहता था।

कप्तान ने कहा- मुझे लगता है कि इस सतह पर 170 एक बहुत अच्छा स्कोर था। अक्षर और कुलदीप हमारे लिए गन स्पिनर्स (किसी भी परिस्थिति में विकेट निकालने वाले) हैं। अगर उन्हें इस तरह कि पिच मिले तो उनकी गेंद पर कुछ शॉट खेलना वाकई मुश्किल है। दबाव उन पर भी था, लेकिन वे शांत रहे और जानते थे कि इस विकेट पर क्या गेंदबाजी करनी है। पहली पारी के बाद हमने थोड़ी बातचीत की थी। मैंने कहा था कि जितना संभव हो सके स्टंप्स को मारने की कोशिश करें, स्टंप्स को खेल में रखें। ऐसा ही हुआ।

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