
जिला प्रशासन अपने कर्मचारियों के लिए छांव की तरह काम कर रहा है :- कलेक्टर डॉ गौरव सिंह
रायपुर। बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम का नज़ारा आज अद्भुत था | स्टेडियम के मध्य में पंजीयन करने वालो की कतार लगी हुए थी उसके पश्चात चिकित्सिक परामर्श हुआ बीपी शुगर सहित अन्य परिक्षण हुए | स्टेडियम के चारो किनारो में विभिन अस्पतालों के विशेषज्ञ बैठे हुए थे वह भी ऐसे परीक्षण जो आम जनता के महंगे माने जाते है और दुर्लभ भी है | यह मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन रायपुर द्वारा शुरू किये गए “प्रोजेक्ट छाँव” के तहत जिला पंचायत के अधिकारी कर्मचारी ने अपने परिवार सहित चिकित्सा का लाभ लिया | इसमें पशु सखी, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, जनपत सीईओ, जिला पंचायत सीईओ हुए | यह परीक्षण सुबह 9 बजे से प्रारंभ हुआ जिसमे 1279 अधिकारी कर्मचारी एवं परिजन स्वास्थ्य जांच करवाई | जब वे घर वापिस लौटे तब उनके हाथो में फाइल और चहेरे में ख़ुशी साफ़ झलक रही थी उन्होंने इस पहल के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया | इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य सचिव अमिताभ जैन शामिल हुए एवं इस “प्रोजेक्ट छाँव” की सरहाना की |
मुख्य सचिव श्री जैन ने अपने संबोधन में कहा कि यह बहुत अच्छी पहल है मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासकीय अधिकारी कर्मचारियों के लिए प्रोजेक्ट छाँव के तहत स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है | यह ऐसा अवसर है जहा सब मिलकर इस समस्या का निराकरण करते है उनका और उनके परिजनों का देखरेख किया जा रहा है | श्री जैन ने अपील की सभी अधिकारी कर्मचारियों अपना परीक्षण करवाए और अपने परिवार का ख्याल रखे |
कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने कहा की यह मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन कर्मचारियों के लिए छाँव की तरह काम कर रहा है | उन्होंने कहा की हमारे अधिकारी कर्मचारी शासन के योजनाओ के क्रियान्वन के लिए कार्य करते है वे कार्य के कारण अपना और अपने परिजनों का ध्यान नहीं रख पाते है | मुख्यमंत्री की मंशा है शासकीय अधिकारी कर्मचारी और उनके परिजनों का ख्याल रखा जाए |
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री जैन ने सभी हेल्थ काउंटरों, बालको मेडिकल सेंटर की मोबाइल कैंसर डिटेक्शन वैन का भ्रमण कर जानकारी ली ।
शिविर में जांच कराने आई पंचायत सचिव श्रीमती पुष्पा गोस्वामी ने बतया की मैं अपने साथी कर्मचारियों के साथ यहाँ “प्रोजेक्ट छाँव” के अंतर्गत अपना शुगर, बीपी, ब्लड जांच करवाई हूं | इस पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त करती हूँ |
जनपद पंचायत आरंग के भृत्य श्री रामजी निर्मलकर ने बताया मैंने इस परिक्षण में ECG, सोनोग्राफी, शुगर, बीपी और ब्लड का जांच करवाया हूं | और प्रोजेक्ट छांव बहुत अच्छी पहल है और मैं इसके लिए मैं मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने हम सरकारी कर्मचारियों के लिए यह योजना चलाई है जिसका लाभ आज मैं ले रहा हूं |
इस शिविर में विशेष रूप से मैमोग्राफी, सोनोग्राफी, टीबी जांच, बोन डेंसिटी चेक, ईसीजी, इको, ब्लड टेस्ट किया गया | महिलाओं के लिए मैमोग्राफी जांच :- मैमोग्राफी (Mammography) एक विशेष प्रकार की एक्स-रे जांच है जो महिलाओं की स्तनों (ब्रेस्ट्स) की जांच के लिए की जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य स्तन कैंसर की प्रारंभिक अवस्था में पहचान करना होता है, जब लक्षण अभी दिखाई नहीं देते हैं। सोनोग्राफी (Sonography) एक गैर-विकिरण आधारित जांच है जिसमें ध्वनि तरंगों का उपयोग कर शरीर के अंदरूनी अंगों की छवि बनाई जाती है। जिससे बीमारी का पता लगाया जा सके। इको हार्ट की सोनोग्राफी है :- इसमें हाई-फ्रीक्वेंसी साउंड वेव्स का उपयोग कर दिल की धड़कन, वाल्व्स, चेम्बर्स और ब्लड फ्लो को देखा जाता है। ECG मशीन आपके शरीर पर लगाए गए इलेक्ट्रोड्स के माध्यम से दिल की धड़कनों को रिकॉर्ड करती है। इससे पता चलता है कि आपका दिल कितनी नियमितता से और कितनी तेज़ी से धड़क रहा है, और क्या उसमें कोई रुकावट या गड़बड़ी है।
आज शिविर में ECG, सोनोग्राफी, ECO, ब्लड सैंपल, साथ ही RFT, LFT, Vitamin D3, B12, HbA1, Sugar Random सहित अन्य जांच किया गया |
ओपीडी में शिशु रोग, दंत रोग, नेत्र रोग, कैंसर रोग, मेडिसिन, किडनी रोग, न्यूरोलॉजी, मेंटल हेल्थ, गैस्ट्रोलॉजी, स्त्री रोग, कार्डियोलॉजी, जनरल एंड लेमोस्कोपी सर्जरी परामर्श, BMD टेस्ट, अस्थि रोग, सहित अन्य विभाग के परामर्श किया गया |