रणजी ट्रॉफी में चला पृथ्वी का बल्ला: 141 गेंद में जड़ा दोहरा शतक, तोड़ा रिकॉर्ड

दिल्ली । भारतीय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ का बल्ला रणजी ट्रॉफी में जमकर चल रहा है और उन्होंने चंडीगढ़ के खिलाफ एलीट ग्रुप बी मुकाबले की दूसरी पारी में दोहरा शतक लगाया। महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए पृथ्वी ने महज 141 गेंदों पर दोहरा शतक पूरा किया। यह रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप इतिहास का दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक है। पृथ्वी ने इसके साथ ही राहुल सिंह का रिकॉर्ड तोड़ा जो उन्होंने 2023-24 में बनाया था।
राहुल ने 143 गेंदों पर रणजी ट्रॉफी में दोहरा शतक लगाया था, लेकिन पृथ्वी ने अब उन्हें पीछे छोड़ दिया है। पृथ्वी से आगे अब इस मामले में रवि शास्त्री हैं जिन्होंने 1984-85 सीजन में 123 गेंदों पर यह उपलब्धि अपने नाम की थी। शॉ रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन से पहले मुंबई छोड़कर महाराष्ट्र टीम में शामिल हुए थे और महाराष्ट्र के लिए यह उनका दूसरा ही मुकाबला है। इससे पहले पृथ्वी ने 72 गेंदों पर शतक पूरा किया था जो रणजी ट्रॉफी का छठा सबसे तेज सैकड़ा था। पृथ्वी लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं और घरेलू क्रिकेट में इस दमदार प्रदर्शन से उनका हौसला बढ़ा होगा।
शास्त्री-तन्मय के क्लब में शामिल
यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में किसी भारतीय द्वारा लगाया गया तीसरा सबसे तेज दोहरा शतक है। वह इस मामले में शास्त्री और तन्मय अग्रवाल से पीछे हैं। तन्मय ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 2024 में 119 गेंदों पर दोहरा शतक लगाया था। वहीं, शास्त्री ने 1985 में बड़ौदा के खिलाफ 123 गेंदों पर ऐसा किया था।
महाराष्ट्र ने घोषित की पारी
चंडीगढ़ के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के दूसरे दौर के मुकाबले में महाराष्ट्र ने दूसरी पारी घोषित कर दी और चंडीगढ़ को 464 रनों का लक्ष्य दिया है। महाराष्ट्र के लिए दूसरी पारी में पृथ्वी ने 156 गेंदों पर 29 चौकों और पांच छक्कों की मदद से नाबाद 222 रन बनाए जिसके दम पर महाराष्ट्र ने दूसरी पारी में तीन विकेट पर 359 रन बनाकर 463 रनों की बढ़त हासिल की। महाराष्ट्र ने पारी घोषित करने का फैसला किया। टीम के लिए पृथ्वी के अलावा सिद्धेश वीर ने 62, ऋतुराज गायकवाड़ ने 36 और अर्शीन कुलकर्णी ने 31 रन बनाए।
इससे पहले, महाराष्ट्र ने पहली पारी में 313 रन बनाए थे और चंडीगढ़ की पारी 209 रन पर ऑलआउट कर 104 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी। महाराष्ट्र ने दूसरी पारी में दमदार प्रदर्शन किया और बढ़त मजबूत करने में सफल रही।

