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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों से खेल उत्कृष्टता को नए स्तर पर पहुंचाया जाएगा

दिल्ली। लेह, लद्दाख के प्रतिष्ठित एनडीएस स्टेडियम में आज खेलो इंडिया शीतकालीन खेल 2025 का बड़े उत्साह के साथ आगाज हुआ। इस आयोजन का पहला चरण केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की मेजबानी में हो रहा है और यह 27 जनवरी, 2025 तक चलेगा। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर 22 फरवरी से 25 फरवरी तक बर्फ के खेलों की मेजबानी करेगा ।

5000 दर्शकों की क्षमता वाले एनडीएस स्टेडियम में ठंड के दिन साहसिक खेलों की भावना और रूमानियत देखने को मिली, जब माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय कैलेंडर के पहले प्रमुख खेल आयोजन के लिए लद्दाख और जम्मू-कश्मीर को बधाई दी और दुनिया को दिखाया कि वे शीतकालीन खेलों के लिए क्यों आकर्षण का केंद्र हैं।

 

 

केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया को खेलो इंडिया शीतकालीन खेल 2025 का उद्घाटन करना था, लेकिन खराब मौसम के कारण वह लेह के कुशोक बकुला रिम्पोछे हवाई अड्डे पर नहीं उतर सके। इस बाधा के बावजूद डॉ. मांडविया ने खेलों के आधिकारिक रूप से उद्घाटन की घोषणा करते हुए एक भावपूर्ण संदेश दिया।

उद्घाटन समारोह में लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर डॉ. बीडी मिश्रा समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। समारोह का मुख्य आकर्षण टीमों द्वारा स्केट्स पर वीआईपी पोडियम के सामने मार्च करना था। उद्घाटन समारोह में एक सांस्कृतिक प्रदर्शन और एक प्रदर्शनी आइस हॉकी भी शामिल थी।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने केआईडब्ल्यूजी 2025 को दिए अपने संदेश में पूरे भारत में खेल गतिविधियों को फैलाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि लद्दाख और जम्मू-कश्मीर ने न केवल “हमारे देश में खेल संस्कृति को ऊंचा किया है, बल्कि देश की सुंदरता और विविधता को प्रदर्शित करते हुए पर्यटन को भी बढ़ावा दिया है।”

 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारी सरकार लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में खेल विकास को प्राथमिकता देती है। जम्मू-कश्मीर में 100 खेलो इंडिया केंद्रों और लद्दाख में तीन केंद्रों के माध्यम से, जिसमें एथलेटिक्स, तीरंदाजी और मुक्केबाजी के लिए लेह में एक राज्य उत्कृष्टता केंद्र भी शामिल है, हमारे प्रयास इस क्षेत्र को खेल उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में आकार दे रहे हैं। केआईडब्ल्यूजी 2025 हमारी खेल उत्कृष्टता को अगले स्तर तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”

डॉ. मांडविया ने उद्घाटन समारोह में शामिल न हो पाने पर निराशा व्यक्त की, लेकिन सभी हितधारकों को प्रसन्न करते हुए कहा कि भारत वास्तव में एक “4डी खेल गंतव्य” है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “अगर मैं महान और एक अखंड भारत की बात करता हूं, तो मैं इसमें छिपी विविधता और उससे होने वाले लाभों को भी देखता हूं। अभी हम लेह में हैं, यहां मौसम की स्थिति के कारण हम शीतकालीन खेलों का आयोजन कर सकते हैं। अगर हम पूर्वोत्तर की ओर जाएं, तो यह साहसिक खेलों के विकास के लिए एक बेहतरीन क्षेत्र है।”

 

डॉ. मांडविया ने कहा, “आगे बढ़ते हुए, हम दक्षिण भारत में समुद्रतट खेलों की अपार संभावनाओं का पता लगाएंगे और हम अपने सभी अन्य लोकप्रिय खेलों को पश्चिमी तट पर आयोजित होते देखेंगे। यह हमें बताता है कि हम खेलों के मामले में 4डी राष्ट्र हैं।”

डॉ. मांडविया ने कहा कि वर्ष 2024 में शतरंज, क्रिकेट, ओलिंपिक और पेरिस पैरालिंपिक में भारत के शानदार प्रदर्शन के बाद भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है। खेलो इंडिया शीतकालीन खेल की नींव रखते समय, हमने इस अद्भुत खेल आयोजन के बारे में एक सपना देखा था। वह सपना था खेल के हर क्षेत्र में भारत की ओर से दुनिया के सामने कड़ी चुनौती पेश करना और विंटर ओलंपिक पोडियम पर खड़े होकर अपना राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ गाना।

उन्होंने कहा, “खेलो इंडिया शीतकालीन खेल वह स्कूल है, जहां हम आने वाले सालों में विंटर ओलंपिक के सितारे तैयार कर रहे हैं। इन सितारों को कड़ी मेहनत करके तैयार किया जा रहा है, इसलिए हम उम्मीद कर सकते हैं कि हमें इस मेहनत का फल समय आने पर मिलेगा।”

 

 

केआईडब्ल्यूजी 2025 खेल प्रतियोगिताएं गुरुवार को एनडीएस कॉम्प्लेक्स और लद्दाख स्काउट्स रेजिमेंटल सेंटर में आइस हॉकी मैचों के साथ शुरू हुईं। इसमें राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और सेना और आईटीबीपी जैसे संस्थागत संगठनों से बनी उन्नीस टीमें प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। केआईडब्ल्यूजी 2025 के लद्दाख चरण में कुल 594 प्रतिभागी शामिल हैं, जिनमें से 428 एथलीट हैं। यह दूसरी बार है जब लद्दाख शीतकालीन खेलों की मेज़बानी कर रहा है, यह इसका पांचवां संस्करण है।

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