कोरिया। जेलों में परिरूद्ध बंदियों में कुछ बंदी विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त होते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ शासन के जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं विभाग ने राज्य के सभी आयुर्वेदिक महाविद्यालयों व अस्पतालों के माध्यम से बंदियों के स्वास्थ्य जांच, उपचार व योगाभ्यास कराने के निर्देश दिए हैं।
इसी कड़ी में आयुषविंग, जिला चिकित्सालय, बैकुण्ठपुर द्वारा विगत दिनों जिला जेल में 43 कैदियों के स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा औषधियों का वितरण भी किया गया। जिला आयुष अधिकारी डॉ. अरविंद नारायण सिंह ने जानकारी दी है कि वार्षिक कार्य योजना के तहत जेल में कैदियों के स्वास्थ्य परीक्षण प्रत्येक माह के दूसरे व चौथे मंगलवार को किया जाएगा।
जेल के कैदियों को अष्टांग योग, विशेषकर सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी भस्त्रिका योगाभ्यास भी कराया जा रहा है।
जिला आयुष अधिकारी डॉ. सिंह ने बताया कि कैदियों को दिए जा रहे योग के विभिन्न विधाओं से उन्हें मानसिक अस्थिरता से निजात मिलेगी, वहीं उनकी सोच में एक सकारात्मक परिवर्तन आएगी।
डॉ. सिंह का कहना है कि वैसे भी हर इंसान को योगाभ्यास करना चाहिए ताकि शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक विकारों से निजात मिले। इसी परिप्रेक्ष्य को देखते हुए जेल में बंद कैदियों को योग्याभ्यास कराया जा रहा है साथ ही डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण के साथ औषधि वितरण भी किया जा रहा है।
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