देश में सिकलसेल उन्मूलन की दिशा में मध्यप्रदेश प्रथम : राज्यपाल
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भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल की अध्यक्षता में रोटरी क्लब का इंटरनेशनल सम्मेलन ‘‘अंतर्नाद’’ का आयोजन जबलपुर के शॉन ऐलीजे होटल में हुआ। इस अवसर पर राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि वे 1980 से रोटरी से जुड़े हैं। मानव सेवा को ही प्रभु सेवा मानते हुए कहा कि पीडि़त मानवता की सेवा करने वाले व्यक्ति या संस्था का सम्मान होना चाहिए।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि ईश्वर ने सारी सृष्टि में इंसान को बोलने की क्षमता प्रदान की है, इसलिए सभी इंसान एक-दूसरे के काम आये, सेवा से ही गौरव मिलता है। उन्होंने रोटरी क्लब द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि लोग अंर्तमन से पीडि़त मानवता की सेवा करें।
राज्यपाल श्री पटेल ने सिकलसेल एनीमिया से बचाव व रोकथाम के संबंध में कहा कि सिकलसेल एक अनुवांशिक बीमारी है। अत: इसकी जांच हो और समय पर उपचार सुनिश्चित हो। सिकलसेल वाहकों के आपस में विवाह नहीं करना चाहिए।विवाह पूर्व सिकलसेल कार्ड का मिलान अवश्य कर लें। यदि सिकलसेल वाहक माता के गर्भ में जैसे ही बच्चा होने का पता चलता है तुरंत उसकी जांच करें । सिकलसेल एक गंभीर बीमारी है। मध्यप्रदेश में सिकलसेल स्क्रीनिंग व सिकलसेल कार्ड बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है और पूरे देश में सिकलसेल उन्मूलन की दिशा में मध्यप्रदेश पहले स्थान पर है। उन्होंने रोटरी क्लब, लॉयंस क्लब, चेंबर ऑफ कॉमर्स आदि विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से पीडि़त मानवता की सेवा के लिए कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि सिकलसेल एनीमिया से बचाव की दिशा में भी संस्थाएं आगे आकर कार्य करे। हम सबकी जिम्मेदारी है कि पीडि़त मानवता की सेवा के लिए आगे आकर कार्य करें।
लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह ने कहा कि भीतर से आ रही वो आवाज जो जीवन की सच्चाईयों से परिचित कराती है और सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देती है वही अंतर्नाद है। अंतर्नाद पीडि़त मानवता के हित का सम्मेलन है।