कांतारा ने बनाई ग्लोबल पहचान: अमेरिका के संग्रहालय में मिला तूलु नाडु का पंजरली मुगा मास्क

मुंबई। कांतारा, 2022 की कन्नड़ ब्लॉकबस्टर फिल्म, अब सीमाओं को पार कर एक ग्लोबल फेनोमेनन बन चुकी है। यह फिल्म, जो कर्नाटक के तटीय क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति को दर्शाती है, ने न सिर्फ़ पूरे भारत में दर्शकों के दिल जीते हैं बल्कि दुनिया भर में लोगों और संस्कृतियों को जोड़ते हुए अपनी खास पहचान बनाई है।
फिल्म की वैश्विक सफलता में सबसे खास बातों में से एक है तूलु नाडु का आइकॉनिक पंजरली मुगा मास्क। गहरी सांस्कृतिक महत्ता वाला यह मास्क फिल्म में दिखाए जाने के बाद चर्चा में आया है। सदियों से बड़े ही प्यार और सम्मान के साथ संरक्षित यह मास्क अब महाद्वीपों की यात्रा कर अमेरिका के एक प्रसिद्ध संग्रहालय में स्थायी रूप से रखा गया है। यह भारत की समृद्ध लोककला और विरासत की वैश्विक स्तर पर सराहना और संरक्षण का एक खास मौका है।
जो लोग अब तक नहीं जानते, उनके लिए बता दें कि कांतारा चैप्टर 1 ने बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सिर्फ़ 11 दिनों में इस फिल्म ने दुनिया भर में ₹600 करोड़ से अधिक की कमाई की है। इसकी दिलकश कहानी, लोककथाएं और शानदार दृश्य दर्शकों को पूरी दुनिया का दिल जीत चुके हैं, और यही वजह है कि इसे एक सच्चा सिनेमाई मास्टरपीस कहा जा रहा है।
कांताराः चैप्टर 1 चौथी सदी में सेट है और यह कांतारा की पवित्र और रहस्यमय धरती की कहानी दिखाती है। फिल्म में इसकी पुरानी कहानियां, पुराने झगड़े और खास घटनाएं दिखाई गई हैं। यहाँ लोककथाओं, विश्वास और संघर्ष की कहानी है, जो सीधे धरती से जुड़ी है। फिल्म में ऋषभ शेट्टी, सप्तमी गौड़ा, गुलशन देवैया, रुक्मिणी वसंत, जयराम, पीडी सतीश चंद्र, प्रकाश थुमिनाड जैसे कई कलाकार हैं, जिन्होंने इस कहानी को जीता-जागता बना दिया है।
इस फिल्म को ऋषभ शेट्टी ने लिखा, डायरेक्ट किया और उसमें लीड भूमिका निभाई निभाई है। इस फिल्म को विजय किरगंदुर ने हॉम्बाले फिल्म्स के बैनर तले प्रोड्यूस किया है। फिल्म में अरविंद एस. कश्यप की सिनेमेटोग्राफी है, जबकि बी. अजनीश लोकनाथ का म्यूजिक है, जिन्होंने इस कहानी की जादुई दुनिया को बनाने में बड़ी मदद की। कांताराः चैप्टर 1, 2 अक्टूबर 2025 को दुनियाभर में रिलीज हो चुकी है।