बिलासपुर। कोटा क्षेत्र में मलेरिया व डायरिया फैलने के बाद यह बात सामने आई है कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर झोलाछाप सक्रिय हैं, जो मरीजों का इलाज कर उनके जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। एक महीने के भीतर इनकी वजह से चार मलेरिया पीड़ित के साथ अन्य तीन मरीज मिलाकर कुल सात की मौत हो चुकी है। वही अब झोलाछापों को गंभीरता से लिया जा रहा है।
कलेक्टर अवनीश शरण ने भी झोलाछापों के अवैध क्लीनिक सील करने के निर्देश दिए है। इसी के तहत लगातार झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मंगलवार को कोटा बीएमओ (ब्लाक मेडिकल आफिसर) डा़ निखलेश गुप्ता ने कार्रवाई की। इस दौरान कोटा के करगीखुद, शिवतराई, अमने और लमेर में संचालित हो रहे अवैध क्लीनिक में छापामार कार्रवाई की गई। इस दौरान चारों क्लीनिक में झोलाछाप को ग्रामीणों का इलाज करते हुए पाया गया। जांच में कई तरह की एलोपैथिक दवाएं भी मिली। ऐसे में क्लीनिक सील करने के साथ दवाओं को जब्त करने की कार्रवाई की गई है।