
दिल्ली। केंद्रीय युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने बिहार के पटना में ऐतिहासिक जय भीम पदयात्रा का नेतृत्व किया। पदयात्रा को बिहार विधानसभा के अध्यक्षनंद किशोर यादव ने हरी झंडी दिखाई तथा पदयात्रा में 6,000 से अधिक माईभारत युवा स्वयंसेवकों ने भाग लिया। यह पदयात्रा बाबासाहेब के जीवन और विरासत के प्रति एक जीवंत श्रद्धांजलि थी, जिसमें युवाओं की भागीदारी और संविधान के स्थायी मूल्यों पर जोर दिया गया।
सभा को संबोधित करते हुए डॉ. मनसुख मांडविया ने भारत के युवाओं की ताकत पर जोर दिया और उनसे नए भारत के निर्माण के लिए डॉ. अंबेडकर की विरासत के पथप्रदर्शक बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘पटना में उगते सूरज ने न केवल एक प्रतिमा को बल्कि एक भावना को भी प्रकाशित किया, डॉ. अंबेडकर के आदर्शों के प्रति नई प्रतिबद्धता और एक विकसित भारत को उसकी सबसे शक्तिशाली शक्ति, उसके युवाओं के नेतृत्व में आगे बढ़ाया।’’
केंद्रीय मंत्री ने देश के युवाओं से आग्रह किया कि वे विकसित भारत की ओर भारत की यात्रा में बाबासाहेब अंबेडकर और अन्य महान नेताओं की दूरदर्शिता, विरासत और अनुकरणीय कार्यों से प्रेरणा लें। उन्होंने 1947 की शुरुआत में महिलाओं के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करने में बाबासाहेब अंबेडकर के अग्रणी योगदान पर प्रकाश डाला, वह समय जब दुनिया के कई हिस्सों में लैंगिक समानता को मान्यता नहीं दी गई थी।