
बिलासपुर। प्रार्थी जॉनसंन एक्का निवासी सकरी बिलासपुर को कॉल कर अपने आप को बैंक अधिकारी बताकर ज्ञल्ब् अपडेट कराने के बहाने अपने बातों में उलझाकर ऑनलाईन ज्ञल्ब् करने की प्रक्रिया बताकर प्रार्थी से बैकिंग जानकारी एवं ओटीपी प्राप्त कर प्रार्थी के बैंक खाता से लोन लेकर कुल 26,74,701/- रूपये की ठगी करने की लिखित आवेदन पत्र के आधार पर थाना सकरी जिला बिलासपुर में नंबरी अपराध क्रमांक 936/2024 धारा 318(4), बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। जो कि अग्रिम विवेचना हेतु पुलिस महानिरीक्षक महोदय बिलासपुर रेंज बिलासपुर के आदेशानुसार प्रकरण की अग्रिम विवेचना हेतु केश डायरी थाना रेंज साइबर बिलासपुर को प्राप्त होने पर विवेचना में लिया गया है। प्रकरण की विवेचना दौरान प्रार्थी के बैंक खाता संबंधित बैंक से बैंक स्टेटमेंट तथा सायबर अपराध पोर्टल में किये रिपोर्ट का ए.टी.आर. रिपोर्ट के आधार पर खाता धारको एवं मोबाईल धारकों के संबंध में जानकारी प्राप्त किया गया। सायबर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल अद्यतन रिपोर्ट, ठगी की रकम प्राप्त करने में उपयोग किये बैंक खातों को चिन्हांकित कर बैंक खाता धारकों की जानकारी, ऑनलाईन ट्रांजेक्शन तथा घटना से संबधित तकनीकी जानकारी प्राप्त किया गया, प्राप्त जानकारी के आधार पर आरोपी जिला सक्ती के निवासी होने की जानकारी प्राप्त होने पर विशेष टीम जिला सक्ती के लिए रवाना की गई, जहां अपनी टीम के साथ संदेही खाता धारक 01. हेमंत चंद्रा पिता रामदयाल चंद्रा उम्र 19 वर्श निवासी वार्ड नं. 5 कुसुमझर थाना डभरा जिला सक्ती 02.रोहित रायल पिता लक्ष्मण सिंह रायल उम्र 28 वर्श निवासी वार्ड नं. 11 फगुरम चौकी फगुरम जिला सक्ती को स्थानीय पुलिस के सहयोग से घेराबंदी कर पकड़ा गया जिसे विस्तृत पूछताछ हेतु थाना रेंज साइबर लाकर पूछताछ किया गया जिसमें हेमंत चंद्रा एवं रोहित रायल दोनों ने अपने परिचित के ग्राम रबेली निवासी गांधी के साथ जान-पहचान होने पर उसके द्वारा करीबन 06-07 माह पूर्व गांव फगुरम आकर बताया कि मेरी राउलकेला निवासी षाहआलम खान एवं आसनसोल व जामताड़ा के साथियों से जान-पहचान है जिनके द्वारा ऑनलाईन केव्हाईसी अपडेट करने तथा ऑनलाईन निवेष कर अच्छा रिटर्न पाने के नाम पर ठगी की रकम हस्तांतरण हेतु बैंक खातों की जरूरत होती है बदले में अच्छा खासा रकम कमीषन के रूप में मिलता है बोलने पर पैसों के लालच में आकर आरोपी हेमंत चंद्रा ने अपना और आरोपी रोहित रायल ने अपनी पत्नि अनीता रायल का बैंक में खाता खुलवाकर खाता कीट (एटीएम कार्ड, लिंक मोबाईल नंबर एवं पासबुक) को दे दिये जिसके बदले में हमें भी कमीषन की रकम प्राप्त होना बताया एवं दोनों अपने बैंक खाता में ठगी से प्राप्त रकम हस्तानांतरित कराकर राषि कमीषन के रूप में प्राप्त कर उपयोग करना स्वीकार करने पर विस्तृत मेमोरण्डम कथन लिया गया, आरोपियों के विरूद्ध अपराध सबुत पाये जाने पर अपराध धारा से अवगत कराकर दिनांक 28.05.2025 को विधिवत् गिरफ्तार किया गया एवं गिरफ्तारी की सूचना परिजन रामदयाल चंद्रा पिता षिव लाल चंद्रा उम्र 52 वर्श निवासी वार्ड नं. 5 कुसुमझर थाना डभरा जिला सक्ती (छ0ग0) तथा रामअवतार रायल पिता कांतिलाल रायल उम्र 45 वर्श निवासी वार्ड क्र 11 फगुरम चौकी फगुरम थाना डभरा जिला सक्ती (छ0ग0) को लिखित में दिया गया है बाद आरोपियों को मान. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बिलासपुर के न्यायालय में पेष कर आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल कराया गया है।
गिरफ्तार आरोपीगण :-
01. हेमंत चंद्रा पिता रामदयाल चंद्रा उम्र 19 वर्ष निवासी वार्ड नं. 5 कुसुमझर थाना डभरा जिला सक्ती
02.रोहित रायल पिता लक्ष्मण सिंह रायल उम्र 28 वर्ष निवासी वार्ड नं. 11 फगुरम चौकी फगुरम जिला सक्ती
-ः बिलासपुर पुलिस की अपील :-
साइबर ठग आये दिन नये नये तरीको के माध्यम से आम जनता से धोखाधड़ी करने का प्रयास करते है –
अपना बैंक खाता तथा मोबाईल सिम किसी दूसरे व्यक्ति को उपयोग हेतु ना दे, वह आपके बैंक खाता तथा मोबाईल सिम का उपयोग साइबर ठगी करने में कर सकता है, जिससे आपको कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ सकता है।
षेयर मार्केट में निवेष कर अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देने वाले अनजान कॉल से सावधान रहें एवं किसी भी प्रकार के व्हाट्सएप ग्रुप में न जुडे़ और न ही किसी प्रकार की जानकारी साझा करें।
कोई भी व्यक्ति अनजान नम्बर से अपने आप को कस्टम विभाग, पुलिस अधिकारी, सी.बी.आई. अथवा ई.डी. का अधिकारी बताकर बताकर ठगी करने का प्रयास करते है जिसमें पार्सल कैंसल हो गया है पार्सल में एटीएम कार्ड, ड्रग्स मिला है जिसे कस्टम विभाग द्वारा जप्त किया गया है कहकर ‘‘डिजीटल अरेस्ट’’ के नाम पर ठगी किया जा रहा है इस प्रकार के ठगी से सावधान रहे।
पार्सल के नाम पर मोबाईल नंबर पर कॉल करने कहा जाता है जिससे कस्टमर का कॉल फारवर्ड एक्टिवेट हो जाता है और कॉल तथा मैसेज की जानकारी ठगों के पास चली जाती है तो इस प्रकार के कॉल से सावधान रहे।
अनजान व्यक्ति जिसका नम्बर आपके मोबाईल पर सेव नही है उसके साथ कभी भी कोई निजी जानकारी, बैंकिग जानकारी, ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड फोटो आदि शेयर न करे।
अनजान वेबसाईट एवं अनाधिकृत एप डॉउनलोड या सर्च करने से बचे।
कम परिश्रम से अधिक लाभ कमाने अथवा रकम दुगना करने का झांसा देने वाले व्यक्तियों से सावधान रहे।
स्वयं की पहचान छुपाकर सोशल मिडीया फेसबुक, इन्स्टाग्राम, व्हाट्सएप इत्यादि के माध्यम से ईंटिमेट (अश्लील लाईव चैंट) करने से बचे।
परीक्षा में अधिक अंको से पास करा देने की झांसा देने वाले व्यक्तियो खासकर +92 नम्बरो से होने वाले साइबर फ्रॉड की घटना घटित होने पर निम्न प्रकार से त्वरित रिपोर्ट दर्ज करा सकते है : –
तत्काल नजदीकी थाना में अपनी शिकायत दर्ज करें।
हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते है।
http://cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते है।