
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में भारी गिरावट दर्ज की गई है। महज़ कुछ ही घंटों में बिटकॉइन की कीमत ऐसे ध्वस्त हुई कि ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप से लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर साफ हो गए। इस अचानक आई गिरावट के बाद दुनिया भर के निवेशकों में दहशत का माहौल है।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, बिटकॉइन में आई रातों-रात की गिरावट पिछले 24 घंटों में सबसे बड़ी क्रैश घटनाओं में शामिल है। कीमतों में कमजोरी के साथ निवेशकों में भारी बिकवाली देखी गई, जिसके प्रभाव से दूसरी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी — एथेरियम, सोलाना, रिपल, डॉजकॉइन सहित लगभग सभी कॉइन्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं।
क्रिप्टो मार्केट गुरुवार की रात जिस तरह हिला, वैसी धड़कनें 2022 के बाद शायद ही कभी महसूस हुई हों. बिटकॉइन अचानक 88,522 डॉलर तक फिसल गया, ये पिछले 7 महीनों का सबसे निचला स्तर है. गिरावट इतनी तेज थी कि पूरा ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट 4.3 ट्रिलियन डॉलर से सिकुड़कर 3.2 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया. सिर्फ कुछ घंटों में निवेशकों की 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की संपत्ति हवा हो गई.
कैसे डोमिनो इफेक्ट ने क्रैश को और गहरा कर दिया?
अक्टूबर में जब बिटकॉइन ने 126,000 डॉलर का ऑल-टाइम हाई छुआ था, तब मार्केट का टोन बिल्कुल अलग था. लेकिन 92,000 डॉलर का मजबूत सपोर्ट टूटते ही खेल बदल गया. हजारों निवेशक, जिन्होंने भारी लिवरेज लेकर पोजीशन बना रखी थी, ऑटोमेटिक तौर पर लिक्विडेट हो गए. सिर्फ एक घटना ने 19 अरब डॉलर के सौदे बंद करा दिए, और ये रिएक्शन चेन की तरह फैल गया. बीते 6 हफ्तों में बिटकॉइन 25% से अधिक टूट चुका है. अपने हाई से यह लगभग 30% नीचे आ चुका है, और बॉट-ट्रेडिंग के तेज़ एल्गोरिदम ने गिरावट को कई गुना बढ़ा दिया.


