दिल्ली। आयुष मंत्रालय ने देश भर में अपनी परिषदों और संस्थानों के साथ मिलकर ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत देश भर में 502 गतिविधियों की शुरुआत की। 17 सितंबर, 2024 को शुरू यह 15 दिवसीय अभियान 1 अक्टूबर, 2024 तक जारी रहेगा। इस अभियान को तीन प्रमुख स्तंभों ‘स्वच्छता में जन भागीदारी’, ‘संपूर्ण स्वच्छता’, और ‘सफाई मित्र सुरक्षा शिविर’ के आधार पर तैयार किया गया है। ‘स्वच्छता में जन भागीदारी’ के तहत मंत्रालय ने अब तक कुल 227 गतिविधियां बनाई हैं, जिनमें जन भागीदारी, जागरूकता बढ़ाने और स्वच्छता को एक साझा जिम्मेदारी बनाने पर जोर दिया गया है। दूसरे स्तंभ ‘सम्पूर्ण स्वच्छता’ के तहत उपेक्षित क्षेत्रों में स्वच्छता के मुद्दों का समाधान करने के उद्देश्य से 90 गतिविधियों को सफलतापूर्वक बनाया गया है। तीसरे स्तंभ ‘सफाई मित्र सुरक्षा शिविर’ के साथ 185 गतिविधियां क्रियान्वयन के अधीन हैं। ये गतिविधियां सफाई कर्मचारियों की कार्य और स्वास्थ्य स्थितियों को बेहतर बनाने पर केंद्रित हैं।
आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने कहा, “स्वच्छता केवल एक कर्तव्य नहीं है, बल्कि हमारे राष्ट्र के प्रति समर्पण है। प्रत्येक नागरिक में हर कार्य में स्वच्छता को अपनाकर एक स्वस्थ और मजबूत भारत बनाने की शक्ति है। स्वच्छता ही सेवा अभियान के साथ, आइए हम भारत को भावी पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, हरित और स्वस्थ बनाने के लिए एकजुट हों।” आयुष मंत्रालय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय और जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से शुरू किए गए अभियान के साथ सफलतापूर्वक चल रहा है, जिसका उद्देश्य पूरे देश में स्वच्छता और सफाई को बढ़ाना है। इस अभियान का विषय ‘स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’, व्यवहार और सांस्कृतिक बदलावों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
यह अभियान तीन प्रमुख स्तंभों के इर्द-गिर्द बना है, जिनमें से प्रत्येक को अधिक से अधिक सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ावा देने और सामूहिक कार्रवाई के माध्यम से सार्थक प्रभाव डालने के लिए तैयार किया गया है। पहला स्तंभ ‘स्वच्छता में जन भागीदारी’, सार्वजनिक भागीदारी और जागरूकता बढ़ाने पर जोर देता है, जिससे स्वच्छता एक साझा जिम्मेदारी बन जाती है। मंत्रालय ने अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए इस स्तंभ के तहत 227 गतिविधियां बनाई हैं। स्वच्छ भारत मिशन के शुभारंभ के बाद से, इसकी सफलता सामूहिक जिम्मेदारी से प्रेरित है, जिसमें प्रत्येक नागरिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
दूसरा स्तंभ ‘सम्पूर्ण स्वच्छता’, सम्पूर्ण स्वच्छता पहल के तहत स्वच्छता अभियानों पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य उपेक्षित या चुनौतीपूर्ण स्थानों को स्वच्छ और स्वस्थ स्थानों में बदलना है, जिन्हें अक्सर काला धब्बा (ब्लैक स्पॉट) कहा जाता है। इन क्षेत्रों को नियमित सफाई प्रयासों के दौरान प्रबंधित करना आम तौर पर मुश्किल होता है, जिससे स्वास्थ्य और पर्यावरण को गंभीर खतरा होता है। अभियान ने इन मुद्दों का समाधान करने के लिए 90 गतिविधियों को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
यह अभियान स्थानीय निकायों, विशेष रूप से गांवों में, नागरिकों और भागीदार संगठनों दोनों को संगठित करके बड़े स्वच्छता अभियानों के माध्यम से इन काले धब्बों की पहचान करने और उनसे निपटने के लिए प्रोत्साहित करता है।
तीसरा स्तंभ, ‘सफाई मित्र सुरक्षा शिविर’, सफाई कर्मचारियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और तंदुरूस्ती को प्राथमिकता देता है, जिन्हें आमतौर पर सफाई मित्र के रूप में जाना जाता है। उनके प्रयासों में सहयोग करने के लिए, उनकी कार्य स्थितियों में सुधार के लिए 185 गतिविधियां तैयार की गई हैं। निवारक स्वास्थ्य जांच की पहल के तहत, यह सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे कि सफाई मित्रों और उनके परिवारों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच प्राप्त हो।
‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान अभी जोरों पर चल रहा है और यह 1 अक्टूबर, 2024 तक चलेगा। आयुष मंत्रालय सभी नागरिकों को इस महत्वपूर्ण पहल में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए आमंत्रित करता है, ताकि पूरे देश में सफाई और स्वच्छता की संस्कृति को बढ़ावा मिले।