दिल्ली। राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल), विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र की कॉर्पोरेट इकाई ने 23.09.2024 को संयंत्र स्तर पर एक आपातकालीन मॉक ड्रिल का आयोजन किया जिससे आरआईएनएल में आपातकालीन तैयारी सुनिश्चित किया जा सके। यह ड्रिल आपातकालीन स्थिति में कर्मचारियों और सिस्टम की तैयारी के मूल्यांकन के लिए आयोजित की गई थी, जिससे कर्मचारियों और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।उपयोगिता विभाग के वायु पृथक्करण संयंत्र-1 में तरल नाइट्रोजन टैंक से तरल नाइट्रोजन रिसाव कर एक आपातकालीन परिदृश्य उत्पन्न किया गया, जिसमें रखरखाव गतिविधि में शामिल होने के दौरान दो लोगों को ठंड से जलने और दम घुटने से प्रभावित माना गया।कर्मचारियों का शोर को सुनकर, घटना नियंत्रक ने तुरंत आपातकालीन प्रतिक्रिया देनी शुरू कीं। इसके बाद, स्थिति को नियंत्रित करने और पीड़ितों को बचाने के लिए उपयोगिता विभाग के कर्मचारियों, सीआईएसएफ अग्नि एवं सुरक्षा, चिकित्सा सेवाओं, गैस सुरक्षा, पर्यावरण प्रबंधन विभाग, सुरक्षा विभाग, मानव संसाधन, यंत्र आदि सहित वीएसपी की सभी टीमों ने आपातकालीन शमन उपायों का प्रदर्शन किया।
मॉक ड्रिल के दौरान, स्थिर और मोबाइल अग्निशमन प्रतिष्ठान, वाटर कर्टन सिस्टम, प्राथमिक चिकित्सा और बचाव उपकरण आदि को प्रभावी ढंग से तैनात किया गया। सीआईएसएफ कर्मियों ने बचाव अभियान चलाया और सेल्फ कंटेन्ड ब्रीदिंग अप्लायंसेज (एससीबीए) और अन्य आपातकालीन प्रतिक्रिया उपकरणों का उपयोग करके प्रभावित लोगों को घटनास्थल से बचाया।
मॉक ड्रिल का अवलोकन वी सुरेश – कारखानों के उप मुख्य निरीक्षक, आंध्र प्रदेश सरकार, स्वप्न लता – उप विद्युत निरीक्षक, विद्युत सुरक्षा निदेशालय, आंध्र प्रदेश सरकार, लक्ष्मी – सहायक पर्यावरण अभियंता, आंध्र प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, आंध्र प्रदेश सरकार, प्रवीण कुमार, सीजीएम (सुरक्षा, खान एवं अनुबंध) और संयंत्र के प्रबंधक, आरआईएनएल और उत्तम ब्रह्मा – जीएम (ऊर्जा, पर्यावरण और उपयोगिताएं) आरआईएनएल द्वारा किया गया।
वी सुरेश – उप मुख्य कारखाना निरीक्षक ने कर्मचारियों को प्रभावी रूप से प्रशिक्षित करने और आपात स्थिति के दौरान तैयारियों का प्रदर्शन करने में आरआईएनएल के प्रयासों की सराहना की।
इस मॉक ड्रिल में श्री के सैम बाबू- एचओडी (उपयोगिता) और साइट नियंत्रक, श्री एम सत्यनारायण राजू- एचओडी (सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग) और उपयोगिता विभाग, जल प्रबंधन विभाग (डब्ल्यूएमडी), सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी में शामिल हुए। इस मॉक ड्रिल का अवलोकन आरआईएनएल के साथ सहायक साझेदार हिंदुजा पावर प्लांट के अधिकारी ने भी किया।