
बालोद। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रधामनंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने के निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप विकसित छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण हेतु हमारी सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय आज संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष बालोद में नारायणपुर और कांकेर जिले के अधिकारियों की बैठक लेकर अधिकारियों को अपने जिले में शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित कर विकसित छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण हेतु पूरी निष्ठा एवं प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने को कहा है। इस दौरान श्री साय ने सुशासन तिहार, जिले में विकास कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा की।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के जनता के हित में लगातार काम करना है और मैं आगे भी लगातार योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करता रहूँगा। आपका जिला बेहतर हो और केन्द्र और राज्य प्रवर्तित योजनाओं का शतप्रतिशत लाभ सभी को मिले इस भाव और लक्ष्य के साथ मिलकर काम करें। श्री साय ने कहा कि सुशासन तिहार के तीसरे चरण में हम लगातार प्रदेश भर के विभिन्न इलाकों का औचक निरीक्षण और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे हैं। योजनाओं की जमीनी हकीकत का पता लगाने आम जनता से संवाद कर फीडबैक भी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता का अच्छा फीडबैक इस बात का प्रमाण है कि हमने पिछले डेढ़ वर्षों में छत्तीसगढ़ की बेहतरी के लिए काम किया है। मुख्यमंत्री के नाते मेरे लिए यह अत्यंत संतोषजनक है कि सुशासन तिहार में आप सब ने बड़ा परिश्रम किया है और इसका लाभ प्रदेश की जनता को मिला है। उन्होंने कहा कि हाल ही में मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित नीति आयोग की बैठक में शामिल रहा, जिसमें छत्तीसगढ़ के विकास के रोड मैप पर सार्थक चर्चा हुई है। हमने भी प्रदेश में विजन डाॅक्यूमेंट तैयार कर विकसित छत्तीसगढ़ का जो लक्ष्य रखा है उसे सभी को मिलकर पूरा करना है। उन्होंने अधिकारियों को सुशासन तिहार में साफ-सफाई और स्वच्छता को लेकर प्राप्त आवेदनों का निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत की थी जिसका सकारात्मक प्रभाव आम जन मानस में देखने को मिल रहा है। स्वच्छता को लेकर लोगों में गहरी जागरुकता आई है और उन्होंने अधिकारियों को परिवेश की स्वच्छता के लिए रुचि लेकर काम करने को कहा।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री साय ने अधिकारियों को जिले में नियमित रूप से प्रवास सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के निरीक्षण से जमीनी स्तर पर प्रशासन दूरूस्त और सक्रिय होता है और इससे कई समस्याओं का स्वतः ही निराकरण हो जाता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने पानी के संकट पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में धान के फसल में अत्यधिक पानी की आवश्यकता होती है, जिससे जल संकट गहराता है। इसे दूर करने के लिए फसल चक्र को अपनाने की दिशा में किसानों को प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बालोद जिले में गन्ना और कांकेर और नारायणपुर जैसे जिलों में दलहन-तिलहन फसलों को बढ़ावा देने पर काम हो। मुख्यमंत्री श्री साय ने राजस्व मामले के सीधे जनता से जुड़े रहते है और अनावश्यक रूप से मामले लंबित होने पर जनता में रोष होता है। बार-बार पेशी जाने से लोगों को अनावश्यक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने लंबित राजस्व मामलों के निराकरण पर विशेष जोर देते हुए कहा कि जिला से लेकर तहसील स्तर तक राजस्व न्यायालय की तिथि निर्धारित की जाए ताकि समय पर मामलों पर निराकरण सुनिश्चित हो सके। श्री साय ने बरसात के पूर्व सीमांकन के कार्य को अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि आजीविकामूलक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए। ड्रोन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं मौजूद है। अधिकारी ड्रोन दीदी तैयार करने की दिशा में फोकस होकर कार्य करें। मुख्यमंत्री ने अधोसंरचना विकास और निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि आम जन के व्यापक हित में इन कार्यों को स्वीकृत किया जाता है। अधिकारी सतत् निगरानी करते हुए निर्माण कार्य को समय-सीमा में पूर्ण करें। उन्होंने आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र जैसे मूलभूत दस्तावेजों के आवेदनों और निराकरण की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को दस्तावेज तैयार करने में परेशानी न हो और विशेष शिविर के माध्यम से भी इसका निराकरण किया जाए। शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर मुख्यमंत्री ने अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि अधिकारी इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें। उन्होंने बालोद जिले के परीक्षा परिणाम संतोषजनक न होने पर अपनी नाराजगी जताई और इसे बेहतर करने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन प्रभावी ढंग से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। आयुष्मान कार्ड, हर घर नल से जल, पीएम आवास, पीएम जनमन जैसी महत्वकांक्षी योजनाओं का क्रियान्वयन शत प्रतिशत और गंभीरता के साथ पूरा किया जाए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बालोद जिले के देवरी, डौण्डीलोहारा में 500 करोड़ की लागत से 400/220/132 के.व्ही. के उच्च दाब उपकेन्द्र और 11.47 करोड़ की लागत से जुनवानी से चिखली मार्ग के निर्माण की जानकारी साझा की।