आंदोलनकारी शिक्षक हुए अरेस्ट, 30 शिक्षकों को जेल
रायपुर। राजधानी में सहायक शिक्षकों के B.Ed. आंदोलन के खिलाफ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में घुसपैठ और चक्काजाम के आरोप में अब तक 40 प्रदर्शनकारी शिक्षकों को हिरासत में लिया जा चुका है। बुधवार को 30 शिक्षकों को जेल भेजा गया था, जबकि गुरुवार को 10 और शिक्षकों पर प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। प्रशासन ने इन शिक्षकों को भी जल्द जेल भेजने की तैयारी की है।
परिजनों की चिंता
गिरफ्तारी के बाद शिक्षकों के परिजन बेहद परेशान हैं। परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन्हें अपने बच्चों की स्थिति के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिल रही है। कई परिवारों को यह भी नहीं पता कि उनके बच्चे हिरासत में हैं या नहीं। परिजनों का कहना है कि प्रशासन की ओर से सही जानकारी नहीं मिलने से उनकी बेचैनी बढ़ रही है।
विवाद की पृष्ठभूमि
यह विवाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के अप्रैल 2024 के आदेश के बाद शुरू हुआ, जिसमें 2,855 सहायक शिक्षकों के पदों से B.Ed. योग्यताधारी शिक्षकों को हटाने और उनकी जगह D.Ed (D.El.Ed) योग्यताधारी अभ्यर्थियों को नियुक्त करने का निर्देश दिया गया। हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग को यह आदेश दो सप्ताह में लागू करने को कहा था।