
रायपुर। जिला पंचायत रायपुर की नवाचारी पहल के तहत बिहान योजना से जुड़ी स्व-सहायता समूह की दो दीदियां सुश्री हुलेश्वरी निषाद, ग्राम बनचरौदा, ब्लॉक आरंग
एवं सुश्री जागेश्वरी विश्वकर्मा ग्राम भरुआडीहकला, ब्लॉक तिल्दा आज ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के लिए रवाना हुईं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश एवं कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के मार्गदर्शन में पहल की गई है।
दोनों दीदियां हरियाणा राज्य के गुरुग्राम जिले स्थित ड्रोन डेस्टिनेशन प्राइवेट लिमिटेड, बहोरा कलां, तहसील पटौदी में आयोजित 10 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण में शामिल होंगी। इस प्रशिक्षण में देश के विभिन्न राज्यों से कुल प्रतिभागी सम्मिलित हो रहे हैं – पंजाब से 1, गुजरात से 1, महाराष्ट्र से 3 एवं छत्तीसगढ़ से रायपुर जिले की 2 दीदियां शामिल है।
इस कार्यक्रम में इफको (IFFCO) रायपुर का विशेष सहयोग रहा है। प्रशिक्षण उपरांत संस्थान द्वारा प्रत्येक प्रतिभागी को ड्रोन एवं परिवहन हेतु ई-ऑटो उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रशिक्षण पूर्ण कर लौटने के बाद दीदियां जिले के विभिन्न गांवों में किसानों के खेतों में ड्रोन के माध्यम से तरल उर्वरक एवं कीटनाशकों का छिड़काव करेंगी। इस सेवा से उन्हें प्रति एकड़ लगभग 300 रुपए की आमदनी होगी। यह पहल न केवल उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी बल्कि कृषि के आधुनिकीकरण और किसानों की उत्पादकता बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएगी।
जिला पंचायत के सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन ने कहा कि “बिहान की दीदियों को ड्रोन संचालन जैसी अत्याधुनिक तकनीक से जोड़ना, उन्हें उद्यमिता एवं आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करने का प्रयास है। यह पहल प्रधानमंत्री की ‘लखपति दीदी’ योजना को साकार बनाने की दिशा में कारगर साबित होगी।”
दीदी हुलेश्वरी ने रवाना होने से पूर्व कहा, “हमारे लिए यह बहुत बड़ा अवसर है। पहले तक ड्रोन केवल टीवी और वीडियो में देखा था, अब हम खुद इसे संचालित करना सीखेंगे और किसानों की मदद करेंगे।”
वहीं दीदी जागेश्वरी ने कहा, “इस प्रशिक्षण के बाद हम आत्मनिर्भर बनेंगे और गांव की अन्य बहनों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन पाएं।