
एमएमआई नारायण हॉस्पिटल: हर साल 15 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य बच्चो में होने वाले कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना और कैंसर के सही इलाज के लिए काम करना है। कैंसर सिर्फ बड़ो में ही नहीं बल्कि बच्चो में मृत्यु का बहुत बड़ा कारण है। इस दिन का महत्व इसलिए भी है ताकि हम सही समय पर बच्चों मे कैंसर का पता लगा सके और इस बारे में जागरूकता बढ़ा सके है।
बच्चो में होने वाले प्रमुख कैंसर में ल्युकेमिआ , ब्रेन एवं केंद्रीय तंत्रिका का टूमॉर, लिंफोमा ,मेडुलोब्लास्टोमा और रेटिनोब्लास्टोमा प्रमुख है।
ऐसा ही कोंडागांव जिले का रहने वाला 15 साल का बच्चा उमेश सोरी एमाइलॉयडोसिस नाम की दुर्लभ बिमारी से जूझ रहा था जो पचास लाख लोगों मे से किसी एक को होती है। उमेश कुछ ही साल का था जब उसके माता-पिता गुजर गए और अब वह अपने बड़ा भाई के साथ रहने लगे, अजय का बड़ा भाई चपरासी की नौकरी करता है, और उनकी आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है।
उमेश की बीमारी 5 महीने पहले शुरू हुई जिसमे उसके पेट मे बहुत दर्द रहता था एवं बुखार के साथ-साथ छाती और पेट मे सूजन भी आ गयी और वह चल भी नहीं पा रहा था, जिसके कारण उसे कमजोरी आ गयी थी| स्थानी डॉक्टर को दिखाने पर उन्हें कोई गंभीर बीमारी की आशंका हुई तो उन्होंने उसे रायपुर स्थित एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल रेफर कर दिया, जहा डॉ यशवंत कश्यप ने जाँच मे पाया की अजय को एमाइलॉयडोसिस नामक दुर्लभ बीमारी के साथ ब्लड कैंसर भी था। डॉ यशवंत कश्यप ने उमेश का हौसला बढ़ाया और इलाज चालू किया, उमेश को ठीक करने के लिए उसे शुरूआती महीनों में कीमोथेरपी और इम्यूनोथेरेपी दी गई धीरे धीरे उसकी तबीयत मे सुधार आने लगा और अब उमेश कैंसर से पूरी तरह ठीक हो चुका है। उमेश की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल ने उमेश की मानसिक, आर्थिक तौर पर बहुत सहायता की। अस्पताल ने सामाजिक संस्थाये के साथ मिलकर उमेश के इलाज के लिए फण्ड जमा किया जिससे उमेश के इलाज में बाधा नहीं आयी। आज उमेश उसका भाई और उनके जानने वाले का मानना है की उमेश को दूसरा जीवन मिला वह डॉ यशवंत कश्यप एवं एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल का बहुत आभार मानते है अब उमेश स्वस्थ है और सामान्य जीवन जी रहा हैं| वह बड़ा होकर खुद डॉक्टर बनाना चाहता है ताकि समाज मे दूसरे उमेश का समय पर इलाज हो सके।
बड़ते कैंसर को ध्यान मे रखते हुए एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल पूरे फ़रवरी माह निशुल्क कैंसर परामर्श एवं जांचो में 50% छूट दे रहा है और यदि किसी भी व्यक्ति में निम्न लक्षण है अल्सर न ठीक होना, ब्रेस्ट में गांठ, गर्दन या चेहरे में सूजन, निगलने में कठिनाई, तिल मस्से के रंग या आकर का बदलना, थूक या मल में खून, लंबे समय तक मासिक धर्म, असामान्य वजन, भूख न लगना, ऊपटी या निचले अंग पर गांठ, तो वह अधिक जानकारी एवं अपॉइंटमेंट के लिए 8821818181 में कॉल करे।
एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल रायपुर के बारे में-
एमएमआई नारायण हॉस्पिटल रायपुर अगस्त 2011 में अस्तित्व में आया पहले से स्थापित 56 बिस्तरों वाले अस्पताल को अत्याधुनिक उपकरणों, सुविधाओं, नवीनतम ऑपरेशन थिएटर और चिकित्सा कौशल के साथ 157 बिस्तरों वाले अस्पताल में बनाया गया। आज यह अस्पताल 250 बिस्तरों की क्षमता वाला मध्य भारत का अग्रणी चिकित्सा संस्थान बन गया है, जो कार्डियोलॉजी, मनोचिकित्सा, किडनी रोग, कैंसर रोग और हड्डी रोग जैसे क्षेत्रों में व्यापक और उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर रहा है। अस्पताल का भवन क्षेत्र लगभग 1.26 लाख वर्ग फीट है, 3 एकड़ परिसर में फैला हुआ। रायपुर शहर के सबसे सुगम क्षेत्र में स्थित यह अस्पताल मरीजों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है एमएमआई नारायण हॉस्पिटल शहर का एकमात्र ऑन्कोलॉजी हॉस्पिटल है जिसमें ऑन्कोलॉजी रोगियों के लिए सुपर-स्पेशियलिटी बैकअप, जिसमे दुर्लभ और सबसे जटिल मामलों का संचालन करने के लिए सहायता प्रदान करता है ,24×7 आपातकालीन सेवा भी उपलब्ध है । हॉस्पिटल में एडवांस ब्रैकी थेरेपी रेडिएशन मशीन, ऑपरेशन थिएटर और डे केयर पूरी तरह से उपकरण से लैस है जो हमें व्यापक कैंसर देखभाल के लिए कैंसर-तैयार हॉस्पिटल बनाता है।