मणिपुर में फिर भड़की हिंसा,कांस्टेबल को निलंबित करने पर फूंका सरकारी कार्यालय
इंफाल। मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में एक कांस्टेबल को सस्पेंड करने के बाद से मणिपुर जल रहा है। वह कुकी समुदाय की हिंसक भीड़ ने उपायुक्त (डीसी), पुलिस अधीक्षक (एसपी) और अन्य सरकारी कार्यालयों पर हमला किया और उन्हें जलाने की कोशिश की, जिसके कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मणिपुर सरकार ने शुक्रवार को जिले में पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया।
क्यों भड़की हिंसा?
मणिपुर पुलिस ने संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के साथ काम करने और मैतेई ग्रामीणों पर हमला करने के आरोप में चुराचांदपुर थाने में तैनात सियामलालपॉल नामक हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया। गौरतलब है कि 14 फ़रवरी को सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमे कांस्टेबल का एक उपद्रवियों के साथ सेल्फी लेता दिख रहा था, उसकी इसी हरकत के बाद ये कार्रवाई की गयी थी।
पुलिस ने कहा कि निलंबन आदेश को रद्द करने की मांग करते हुए भीड़ गुरुवार रात को एकत्र हुई। भीड़ हिंसक हो गई और डीसी तथा एसपी कार्यालयों में सरकारी बुनियादी ढांचे को जला दिया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। एक अधिकारी ने बताया कि चुराचांदपुर में गुरुवार रात करीब 400 लोगों ने एसपी और डीसी ऑफिस पर धावा बोल दिया। इस दौरान भीड़ ने सरकारी परिसर में घुसकर आगजनी और तोड़फोड़ भी की।
झड़प में एक व्यक्ति की मौत
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कई बसों और ट्रकों को आंदोलनकारियों ने जला दिया। अधिकारी ने बताया कि सैकड़ों लोग कार्यालय के कमरों में घुस गए और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि सुरक्षा बलों के साथ झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई
झड़प में एक व्यक्ति की मौत
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कई बसों और ट्रकों को आंदोलनकारियों ने जला दिया। अधिकारी ने बताया कि सैकड़ों लोग कार्यालय के कमरों में घुस गए और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि सुरक्षा बलों के साथ झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग घायल हो गए।
मणिपुर पुलिस ने क्या कहा?
इससे पहले मणिपुर पुलिस ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट एक्स में कहा कि लगभग 300-400 की संख्या में भीड़ ने एसपी कार्यालय पर धावा बोलने का प्रयास किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पथराव भी किया। पोस्ट में कहा गया कि सुरक्षा बल आंसू गैस चलाकर प्रदर्शनकारियों को उचित जवाब दे रहे हैं और स्थिति नियंत्रण में है।
‘हिंसा के लिए SP जिम्मेदार’
कुकी-जो सिविल सोसाइटी ग्रुप इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) ने हिंसा के बाद एक बयान में कहा कि आज रात की घटना के लिए चुराचांदपुर SP पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। कुकी-जो जनजातियों का आरोप है कि राज्य पुलिस की मिलीभगत से बार-बार उनके गांवों पर हमले हो रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों का खंडन किया और ग्राम रक्षा स्वयंसेवकों (विलेज डिफेंस वॉलेंटियर्स) को बढ़ावा देने में कुकी-जो उपद्रवियों के शामिल होने की बात कही।
उल्लेखनीय है कि मणिपुर 03 मई, 2023 को कुकी समूदाय के लोगों की हिंसक भीड़ ने सरकारी कार्यालयों को जला दिया और दूसरे जातीय समूह के लोगों पर हमला किया। राज्य में हिंसा के कारण अब तक 60000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं और 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।