
राजस्थान: 35 हजार रुपए की घूस लेते दो अफसरों को टीम ने रंगे हाथों ट्रेप किया है. दोनों पकड़े गए आरोपियों में से प्रेमसुख बिश्नोई आईएएस अफसर है. कार्रवाई को अंजाम देने वाले एसीबी के एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल इन दोनों ऑफिसर्स से डीआईजी डॉ. रवि के नेतृत्व में पूछताछ जारी है.
देखिये क्या है पूरा मामला-
टोंक में अन्नपूर्णा तलाब में मछली पकड़ने का लाइसेंस देने के लिए 35 हजार रुपए घूस लेते मत्स्य विभाग के निदेशक आईएएस अधिकारी प्रेम सुख बिश्नोई और असिस्टेंट डायरेक्टर राकेश देव को शुक्रवार शाम एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों ने एक लाख रुपए घूस मांगी थी. एसीबी ने गिरफ्तारी लालकोठी स्थित मत्स्य विभाग के दफ्तर में की. प्रेमसुख 1992 बैच के आरएस अफसर हैं. तीन साल पहले आईएएस कैडर में पदोन्नत हुए थे. वह मई 2023 से मत्स्य विभाग में निदेशक हैं.
एससेबी डीजी हेमंत प्रिपदशी ने बताया कि पीड़ित ने शिकायत दी कि अगस्त में मछली पालन का ठेका लिया था. लाइसेंस के लिए दो महीने से आवेदन कर रखा था. डायरेक्टर ने 35 हजार रुपए में डील फइनल की, सत्यापन में आरोप सही पाए गए. एडिशनल एसपी हिमांशु कुलदीप के नेतृत्व में टीम ने गिरफ्तारी की. शुक्रवार शाम करीब 6 बजे पीड़ित ने मत्स्य विभाग के कार्यालय में राकेश देव को 35 हजार रुपए की रिश्वत दी. एसीबी की टीम ने बापू नगर स्थित आवास से प्रेमसुख को भी गिरफ्तार कर लिया.
बीकानेर का रहने वाला है आईएएस बिश्नोई-
एसीबी की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी आईएएस प्रेमसुख बिश्नोई बीकानेर का है जबकि दूसरा आरोपी राकेश देव जयपुर का रहने वाला है. फिलहाल दोनों से आगे पूछताछ लगातार एसीबी मुख्यालय में की जा रही है. आरोपी प्रेम सुख बिश्नोई पहले आरएएस था फिर प्रमोशन के बाद आईएएस बन गया.