रायपुर: एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल, रायपुर में 62 वर्षीय अगारो बाई का सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट हुआ है। वह पिछले 4 महीने से मल्टीपल मायलोमा (ब्लड कैंसर) से पीड़ित थी। जिसके कारण उन्हे बहुत कमजोरी, पीठ दर्द, भूख न लगने की समस्या थी।
शुरुआत में, रोग को नियंत्रित करने के लिए चार महीने तक टारगेटेड और इम्यून मॉड्यूलर थेरेपी दी गई। इसके बाद, बोन मेरो ट्रांसप्लांट की तैयारी की गई, जिसमें स्टेम सेल्स को एकत्र किया गया, उच्च मात्रा की केमोथेरेपी दी गई, और स्टेम सेल्स को वेन के माध्यम से इंफ्यूज़ किया गया। बोन मैरो ट्रांसप्लांट सफल रहा और वह इस बीमारी से ठीक हो चुके है।
डॉ. यशवंत कश्यप (मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट) ने कहा, यह एक जटिल प्रक्रिया थी क्योंकि मरीज की उम्र अधिक थी लेकिन एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल में अनुभवी डॉक्टरों की टीम है। हॉस्पिटल ऐसी चुनौतीपूर्ण प्रक्रियाओं को करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक और अनुभवी डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ क्रिटिकल केयर नर्सिंग स्टाफ एवं ब्लड बैंक के साथ पूरी तरह से तैयार है।”
एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल मे कैंसर रोगियों के लिए सुपर-स्पेशियलिटी बैकअप, जिसमे दुर्लभ और सबसे जटिल मामलों का संचालन करने के लिए सहायता प्रदान करता है, 24×7 आपातकालीन सेवा भी उपलब्ध है। हॉस्पिटल में एडवांस ब्रेकी थेरेपी रेडिएशन मशीन, ऑपरेशन थिएटर और डे केयर पूरी तरह से उपकरण सुसज्जित है जो हमें व्यापक कैंसर देखभाल के लिए कैंसर-केयर हॉस्पिटल बनाता है।
Doctors details
डॉ. यशवंत कश्यप
(मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट)
एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल