
रायपुर, 14 जुलाई 2025 — दो दिनों तक चली सशक्त बहसों और सुचारू समन्वय के साथ, सुराना एंड सुराना जुडेक्स 3.0 मानव अधिकार मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2025–26 ने जोरदार आगाज़ किया। सुराना एंड सुराना इंटरनेशनल अटॉर्नीज और विधि संकाय, कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस प्रतियोगिता की शुरुआत 11 और 12 जुलाई को आयोजित वर्चुअल राउंड से हुई, जिसने आगामी ऑन-कैंपस राउंड (1 और 2 अगस्त को निर्धारित) के लिए एक उच्च मानक स्थापित कर दिया है।
इस आयोजन की शुरुआत एक ऑनलाइन उद्घाटन समारोह से हुई, जिसमें देशभर से प्रतिष्ठित अकादमिक हस्तियों, विधि विशेषज्ञों और छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर पर माननीय न्यायमूर्ति गौतम चौर्डिया की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को अत्यधिक महत्वपूर्ण बना दिया। उन्होंने मानवाधिकारों की रक्षा में कानून की भूमिका पर विचार साझा किए, जो प्रतिभागियों के लिए न्यायपालिका के एक सदस्य से सीखने का दुर्लभ अवसर रहा।
डॉ. आर. श्रीधर, कुलपति, कलिंगा विश्वविद्यालय ने उद्घाटन भाषण में सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और इस प्रकार के विधिक मंचों की भूमिका को रेखांकित किया जो युवा वकीलों को दिशा देते हैं। डॉ. अज़ीम खान बी. पठान, डीन, फैकल्टी ऑफ लॉ ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक यात्रा और विधिक उत्कृष्टता की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। वहीं, सुराना एंड सुराना का प्रतिनिधित्व करते हुए श्री प्रीतम सुराना, पार्टनर – डिस्प्यूट रेजोल्यूशन एवं प्रमुख – अकादमिक पहल, ने ‘जुडेक्स’ की संकल्पना साझा की कि यह कैसे युवा विधिक मस्तिष्कों के विकास और चुनौती का मंच है। उद्घाटन के पश्चात सभी टीमों को नियमों की जानकारी दी गई और ड्रा ऑफ लॉट्स (कौन सी टीम किससे मुकाबला करेगी) का निष्पक्ष संचालन किया गया।
12 जुलाई को वर्चुअल कोर्ट रूम में जब देशभर से आई 20 टीमों ने मानवाधिकार कानूनों पर गहन और स्पष्ट तर्कों के साथ बहस की। प्रतिभागियों की तैयारी और प्रस्तुति अत्यंत सराहनीय रही, जिसने भारत के कानून संस्थानों की गुणवत्ता को उजागर किया। दिन के अंत में शीर्ष 8 टीमें विजेता बनकर उभरीं, जो अब 1 और 2 अगस्त को कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर में ऑन-कैंपस क्वार्टर फाइनल राउंड में भाग लेंगी।
प्रारंभिक दौर वर्चुअल था तथा पूरी प्रतियोगिता बिना किसी व्यवधान के संपन्न हुई, जो मजबूत योजना और कुशल टीमवर्क का परिणाम रही। आयोजन की प्रमुख संयोजक प्रो. (श्रीमती) सलोनी त्यागी श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष, के नेतृत्व में संपूर्ण आयोजन व्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। वहीं, संकाय समन्वयकों श्रीमती पलक शर्मा और श्रीमती दर्शी शर्मा गुहे ने सुराना एंड सुराना की टीम के साथ मिलकर आयोजन को सुचारू बनाया। पर्दे के पीछे छात्र समन्वयकों और समिति सदस्यों ने तकनीकी और समय-संबंधी पहलुओं को सुचारू बनाए रखने के लिए लगातार मेहनत की।
अब जब वर्चुअल राउंड शानदार रूप से संपन्न हो चुका है, ऑन-कैंपस राउंड को लेकर उत्सुकता चरम पर है, जहां शेष टीमें जुडेक्स 3.0 की प्रतिष्ठित ट्रॉफी के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी। अभी तक की शानदार प्रस्तुतियों को देखते हुए यह स्पष्ट है कि प्रतियोगिता के आगामी चरण और भी रोमांचक और बौद्धिक रूप से चुनौतीपूर्ण होंगे। आने वाले राउंड न सिर्फ विजेता तय करेंगे, बल्कि यह भी दर्शाएंगे कि भारत का कानूनी भविष्य किस दिशा में अग्रसर है।