SFSL रायपुर और आंजनेय विश्वविद्यालय के बीच महत्वपूर्ण समझौता
• युवा पीढ़ी को उन्नत शिक्षा और अनुसंधान के अवसर प्रदान करेगा यह समझौता : कुलपति
• विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई संभावनाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम : निदेशक, SFSL
रायपुर: राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (SFSL), रायपुर, छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग (गृह) और आंजनेय विश्वविद्यालय, रायपुर ने आज एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए । यह कार्यक्रम SFSL रायपुर में संपन्न हुआ। इस समझौते का उद्देश्य SFSL रायपुर और आंजनेय विश्वविद्यालय के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र, विशेष रूप से फोरेंसिक विज्ञान और साइबर सुरक्षा में ज्ञान आदान-प्रदान, अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा देना है। यह सहयोग दोनों संस्थानों की क्षमताओं को सुदृढ़ करेगा और क्षेत्र में फोरेंसिक तकनीक के विकास में योगदान देगा । डॉ. राजेश मिश्रा, निदेशक, SFSL रायपुर, ने इसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई संभावनाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया । डॉ. टी.एल. चंद्रा, संयुक्त निदेशक, SFSL रायपुर, ने इस अवसर पर कहा कि यह समझौता फोरेंसिक विज्ञान के क्षेत्र में सहयोग करने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगा । इस अवसर पर माननीय कुलपति, डॉ. टी. रामाराव ने कहा कि यह MoU हमारी युवा पीढ़ी को उन्नत शिक्षा और अनुसंधान के अवसर प्रदान करेगा । साथ ही, यह साझेदारी क्षेत्र में फोरेंसिक तकनीक और साइबर सुरक्षा में नवाचारों के लिए मील का पत्थर साबित होगी । यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य की बड़ी उपलब्धियों का आधार बनेगा।
उम्मीद और भविष्य की दिशा-
डॉ. शिल्पा शर्मा, डीन (विज्ञान) ने कहा कि यह समझौता न केवल दो संस्थानों के बीच सहयोग का प्रतीक है, बल्कि यह क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उन्नति का मार्ग प्रशस्त करेगा । यह फोरेंसिक और साइबर सुरक्षा में नवाचारों को बढ़ावा देगा, जिससे अपराध जांच और निवारण में नई तकनीकों का समावेश होगा।
इस अवसर पर डॉ. राजेश मिश्रा, निदेशक, SFSL, रायपुर, डॉ. टी.एल. चंद्रा, संयुक्त निदेशक, SFSL, रायपुर, डॉ. टी. रामाराव, कुलपति, अंजनेया विश्वविद्यालय, रायपुर, डॉ. बी.सी. जैन, महानिदेशक, अंजनेया विश्वविद्यालय, रायपुर, श्री सुमित श्रीवास्तव, प्रो-वाइस चांसलर, अंजनेया विश्वविद्यालय, रायपुर, डॉ. शिल्पा शर्मा, डीन (विज्ञान), डॉ. राजेश कुमार, डीन (अकादमिक), डॉ. हरीश शर्मा, डीन (फार्मेसी) मौजूद रहे।