MMI नारायणा हॉस्पिटल में डॉ. राजेश सिन्हा ने “दा विंची रोबोटिक सिस्टम” के साथ प्रथम 14 सफल सर्जरी पूरी की
रायपुर: एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल, रायपुर ने चिकित्सा जगत में एक नई उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल ने अत्याधुनिक दा विंची रोबोटिक सर्जरी सिस्टम का उपयोग करते हुए अब तक 14 सफल सर्जरी पूरी की हैं। इन सभी मरीजों ने न केवल तेज़ी से रिकवरी की है, बल्कि जटिल सर्जरी के बावजूद बेहतरीन परिणाम प्राप्त किए हैं। यह तकनीक आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिख रही है।
एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल, के वरिष्ठ रोबोटिक और लैप्रोस्कोपिक सर्जन, डॉ. राजेश कुमार सिन्हा, इस उपलब्धि के मुख्य स्तंभ रहे हैं। उनका कहना है, ” दा विंची रोबोटिक सर्जरी पारंपरिक सर्जरी की तुलना में मरीजों के लिए कहीं अधिक सटीक और सुरक्षित है। सर्जरी के दौरान 3D हाई-डेफिनिशन दृश्य और अत्यंत सटीक नियंत्रण हमें जटिल प्रक्रियाओं को भी कुशलता से पूरा करने की अनुमति देते हैं। यह तकनीक हमारे मरीजों के उपचार के अनुभव को पूरी तरह से बदल देती है।”
रोबोटिक सर्जरी के फायदे:
- हाई डेफिनिशन 3D विज़न
- ज्यादा सटीक
- सुरक्षित
- छोटे चीरे और कम दर्द:
इस तकनीक में छोटे-छोटे चीरे लगाए जाते हैं, जिससे मरीजों को न्यूनतम दर्द होता है।
- कम रक्तस्राव और संक्रमण का खतरा:
पारंपरिक सर्जरी की तुलना में रोबोटिक सर्जरी में रक्तस्राव और संक्रमण का जोखिम काफी कम होता है।
- तेज़ रिकवरी:
मरीज सामान्य जीवन में जल्दी लौट सकते हैं, जिससे उनकी उत्पादकता और जीवनशैली पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- जटिल सर्जरी में अधिक सटीकता:
सर्जरी के दौरान कंप्यूटर-सहायता प्राप्त रोबोटिक आर्म्स सर्जन को बेहतर नियंत्रण और सटीकता प्रदान करते हैं।
- दवाओं की कम आवश्यकता:
कम दर्द और तेजी से रिकवरी के कारण मरीजों को दवाओं पर निर्भरता कम होती है।
किन बीमारियों में यह उपयोगी है?
एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल में रोबोटिक तकनीक का उपयोग कई प्रकार की सर्जरी के लिए किया जाता है:
- पित्ताशय (गैलस्टोन) की सर्जरी।
- सभी प्रकार के हर्निया।
- आंत्र और रिफ्लक्स रोगों की सर्जरी।
- रेक्टल प्रोलैप्स, आमाशय और स्पलीन की सर्जरी।
- गर्भाशय (यूटरस) से संबंधित जटिल सर्जरी।
डॉ. राजेश सिन्हा, जो पेट और सामान्य सर्जरी के विशेषज्ञ हैं, कहते हैं, “यह तकनीक न केवल जटिल सर्जरी को आसान बनाती है, बल्कि मरीजों की देखभाल को एक नया आयाम देती है। खासकर पाचन तंत्र और अन्य पेट की बीमारियों के इलाज में यह बेहद कारगर है।”
दा विंची रोबोटिक सिस्टम-
इसमें सर्जन एक विशेष कंसोल पर बैठते हैं और 3D मैग्निफाइड विज़न के जरिए सर्जरी का पूरा नियंत्रण रखते हैं। सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले रोबोटिक आर्म्स सर्जन के निर्देशों का पूरी तरह पालन करते हैं और पारंपरिक सर्जरी की तुलना में अधिक सटीकता प्रदान करते हैं। यह तकनीक जटिल सर्जरी को भी सरल और अधिक प्रभावी बनाती है।
अजीत कुमार बेलोमकोंडा (फैसिलिटी डायरेक्टर) ने कहा-
हमने दा विंची रोबोटिक सिस्टम का इस्तेमाल शुरू किया है। यह एक बहुत ही आधुनिक तकनीक है जो हमारे डॉक्टरों को बेहतर तरीके से ऑपरेशन करने में मदद करती है। इससे हमारे मरीजों को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है और उन्हें बेहतर परिणाम मिलते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हम अपने मरीजों को सबसे अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें। एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल, रायपुर, अपनी अत्याधुनिक तकनीकों और अनुभवी सर्जनों के साथ मरीजों को बेहतरीन इलाज प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। दा विंची रोबोटिक सर्जरी का सफल उपयोग अस्पताल को क्षेत्र में एक अग्रणी चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित करता है। मरीजों के इलाज का यह नया तरीका उन्हें न केवल जल्दी ठीक होने में मदद करता है, बल्कि उनके समग्र जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार लाता है।
संपर्क जानकारी:
डॉ. राजेश कुमार सिन्हा
सीनियर कंसल्टेंट – रोबोटिक और लैप्रोस्कोपिक सर्जरी
एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल, लालपुर, रायपुर।