
सुकमा: राज्य सरकार की नक्सलवाद उन्मूलन नीति और जवानों द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान से प्रभावित होकर आठ लाख के सक्रीय इनामी नक्सली कमांडर नागेश उर्फ़ एर्रा ने सुकमा एसपी किरण चौहान के सामने आत्मसमर्पण किया है।
एसपी चौहान ने बताया कि नागेश उर्फ़ एर्रा जगरगुंडा का रहने वाला है। मौजूदा समय में वह नक्सलियों की पीएलजीए बटालियन के कंपनी नंबर 2 के कमांडर के तौर पर सक्रीय था, वह बस्तर में बड़ा नक्सली कमांडर रहा है। सुकमा के ताड़मेटला में हुए हमले में भी नागेश शामिल था, जिसमे 76 जवान शहीद हुए थे।
जानकारी के मुताबिक नागेश नक्सलियों की खोखली विचारधारा से परेशान हो गया था। जिसके बाद उसने सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘पुना नर्कोम अभियान’’ से प्रभावित होकर नक्सलियों का साथ छोड़ने और समाज की मुख्यधारा में जुड़ने का निर्णय लिया और आज पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। एसपी चौहान ने अन्य नक्सलियों से भी नक्सलवाद को छोड़ समाज की मुख्यधारा में जुड़ने की अपील की है।